खरगे ने भगदड़ को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग खारिज की

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 11-06-2025
Kharge rejects demand for resignation of Karnataka CM and Deputy CM over stampede
Kharge rejects demand for resignation of Karnataka CM and Deputy CM over stampede

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
बेंगलुरु में चार जून को हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत के मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के इस्तीफे की मांग को खारिज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को पूछा कि क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस साल की शुरुआत में कुंभ मेले के दौरान हुई भगदड़ के बाद इस्तीफा दिया था.
 
भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए खरगे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसी घटना दोबारा न हो. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आईपीएल के फाइनल मुकाबले में पहली जीत का जश्न मनाने के लिए चार जून को यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक समारोह आयोजित किया गया था. इस दौरान स्टेडियम के बाहर भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गई और 56 से अधिक लोग घायल हुए थे. मंगलवार को दिल्ली में सिद्धरमैया और शिवकुमार की उनसे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए खरगे ने कहा, ‘‘यह शिष्टाचार मुलाकात थी। हमने दो-तीन मुद्दों - भगदड़ की घटना, जाति जनगणना और प्रशासन से संबंधित अन्य मामले - पर चर्चा की है.
 
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हमने उनसे कहा कि यह घटना नहीं होनी चाहिए थी और हमें पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा होना चाहिए. भगदड़ मामले में भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग के बारे में पूछे जाने पर खरगे ने कहा, ‘‘क्या कुंभ मेले (की भगदड़) के बाद इस्तीफा दिया गया था? तब लाखों लोग गए, (मरने वालों की) कोई गिनती नहीं है. केवल तब ही नहीं, कोविड के दौरान भी यही हुआ.
 
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘क्या उन्होंने (उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) इस्तीफा दिया? अगर कुछ भी जानबूझकर और उद्देश्यपूर्ण तरीके से हुआ होता तब बात थी....लेकिन, दुर्घटनावश ये घटना हुई. हमारे लोगों ने इसके लिए माफी मांगी है...हमें भी दुख है. यह घटना नहीं होनी चाहिए थी. नौजवानों की मौत हुई है. उनके माता-पिता की पीड़ा जानकर दुख होता है. खरगे ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.