खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की खुली पोल, भगत सिंह पर उसकी टिप्पणी से लोग नाराज

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 24-03-2023
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने कहा भगत सिंह हमारे आदर्श नहीं हो सकते !
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने कहा भगत सिंह हमारे आदर्श नहीं हो सकते !

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली 

"भगत सिंह हमारे आदर्श नहीं हो सकते, वे कोई पवित्र हस्ती नहीं हैं." "भगत सिंह की हिंसा जायज़ है लेकिन सिख आंदोलन में हिंसा जायज़ नहीं है. यह दोहरा मापदंड है." "भगत सिंह ने लेख लिखे जिसमें उसने पंजाबी बोली पर विरोध किया वो आंदोलकारी था मगर उनके पास विविधता का विचार नहीं था" : खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह

एक स्वतंत्र पत्रकार पुनिया ने यह इंटरव्यू लिया था जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसके साथ ही लोगों ने अमृतपाल सिंह के इस बयान पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है, एक फेसबुक यूजर ने लिखा है, "भगत सिंह के खिलाफ आपका यह बयान आपकी ताबूत में आखिरी कील साबित होगा." विश पोनप्पा ने लिखा है, "इस आदमी को भारतीय सेना के सामने खड़ा कर दो. यह आदमी अपने आप में एक मजाक है."

एक अन्य यूजर दृष्टि डेका ने लिखा, "भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, बिस्मिल, चंद्रशेखर.. और उनके जैसे कई अन्य.. ब्रिटिश राज के अत्याचारों के खिलाफ लड़ रहे थे.. फूट डालो और राज करो की नीतियों के खिलाफ, जिसके द्वारा मुट्ठी भर ब्रिटिश लाखों भारतीयों पर शासन करते थे.. उनके पास था एक ही लक्ष्य, एक सपना.. अंग्रेजों को भगाने और एक स्वतंत्र राष्ट्र को जन्म देने के लिए... उस सपने के लिए उन्होंने अपनी जान दे दी.. उन्होंने किसी को भी उनका अनुसरण करने या उनकी पूजा करने के लिए नहीं कहा.. यह दुखद है कि कुछ लोग उन्हें और दूसरों को प्रेरणा के रूप में लेने के बजाय अपने स्वार्थ के लिए उन्हें बुरा बता रहे हैं.. किसी को भी यह अधिकार नहीं है."

इधर, वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल को विदेश से मिले फंड की जांच करते हुए खुफिया एजेंसियों को कई हैरानीजनक तथ्य मिले हैं. अमृतपाल के इंस्टाग्राम और स्नैपचैट के अकाउंट से मिली चैट से पता चला है कि वह महिलाओं से अश्लील बातचीत किया करता था.
 
एजेसियों को उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स से कुछ ऐसी क्लिप मिली हैं, जिससे साबित होता है कि अमृतपाल कुछ महिलाओं को उनके वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करता था.
 
अपने भाषणों में खालिस्तान बना कर क्रांति लाने और धार्मिक बातें करने वाले अमृतपाल का असली चेहरा सामने आ गया है. वह सार्वजनिक जीवन और सोशल मीडिया पर दोहरी जिंदगी जी रहा था.