नई दिल्ली
केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी जितेंद्र सिंह बुधवार को लोकसभा में “सतत न्यूक्लियर ऊर्जा के सुरक्षित उपयोग और विकास के माध्यम से भारत के रूपांतरण का विधेयक, 2025” पेश करेंगे। यह विधेयक परमाणु ऊर्जा के विकास और सुरक्षित उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लाया गया है, ताकि ऊर्जा उत्पादन, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, अनुसंधान और पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में इसका लाभ लिया जा सके। मंत्री विधानमंडल से विधेयक पर विचार करने और उसे पारित करने का आग्रह करेंगे।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी “विकसित भारत – रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) बिल, 2025” लोकसभा में पेश करेंगे। यह विधेयक ग्रामीण विकास की रूपरेखा तैयार करेगा और प्रत्येक ग्रामीण परिवार के वयस्क सदस्यों को वर्ष में 125 दिनों का न्यूनतम वेतन रोजगार प्रदान करने की कानूनी गारंटी देगा। इसका उद्देश्य ग्रामीण भारत के सशक्तिकरण, विकास और समग्र स्थायित्व को बढ़ावा देना है।
लोकसभा बुधवार को एक व्यस्त विधानकारी और निगरानी एजेंडा के साथ बैठक करेगी। दिन की शुरुआत प्रश्नकाल से होगी, जिसके बाद विभिन्न मंत्रियों द्वारा कागजात प्रस्तुत किए जाएंगे। जितेंद्र सिंह विज्ञान और प्रौद्योगिकी, भू-विज्ञान, कर्मचारी, लोक शिकायत और पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष मंत्रालयों के कागजात प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा अर्जुन राम मेघवाल, जितिन प्रसाद, चंद्रशेखर पेम्मासानी, बीएल वर्मा, निमुबेन जयंतिभाई बंबनिया, एल मुरुगन, सतीश चंद्र दुबे, रवीनीत सिंह और हर्ष मल्होत्रा सहित कई अन्य मंत्री भी अपने-अपने मंत्रालयों के कागजात प्रस्तुत करेंगे।
लोकसभा में दिनभर नियम 377 के तहत भी मामलों पर विचार किया जाएगा। विधानकारी एजेंडा में दो प्रमुख विधेयकों की चर्चा और पारित करने सहित अन्य कई गतिविधियां शामिल हैं।