हैदराबाद
ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच में हाल ही में हुई गोलीबारी में हैदराबाद के एक व्यक्ति की भागीदारी को न केवल “भारत के लिए अपमान” करार दिया गया है, बल्कि इसे गंभीर सुरक्षा चिंता भी बताया गया है। यह बयान तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष एन. रामचंदर राव ने बुधवार को दिया।
तेलंगाना पुलिस के अनुसार, साजिद अकराम, जो इस गोलीबारी के संदिग्धों में से एक है, मूल रूप से हैदराबाद का रहने वाला था। इस घटना में 15 लोगों की मौत हुई थी।
राव ने तेलंगाना पुलिस से आग्रह किया कि वे जांच करें कि अकराम ने भारत छोड़ते समय किन परिस्थितियों का सामना किया और ऑस्ट्रेलिया में किसके संपर्क में रहा। उन्होंने कहा कि “हैदराबाद का इस आतंकवादी कृत्य से जुड़ना हमारे लिए अपमान का विषय है, लेकिन साथ ही यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का कारण भी है। तेलंगाना पुलिस को इसकी पूरी पड़ताल करनी चाहिए।”
राव ने चेतावनी दी कि यह घटना “खतरनाक प्रवृत्ति” को दर्शाती है, जो देश और हैदराबाद की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है। उन्होंने कहा कि आरोपी का परिवार और उसका इतिहास जानने के लिए पुलिस जांच आवश्यक हो सकती है।
साजिद अकराम (50) ने हैदराबाद से बी.कॉम की डिग्री प्राप्त की थी और नौकरी की तलाश में लगभग 27 साल पहले, नवंबर 1998 में ऑस्ट्रेलिया चले गए थे। अकराम को ऑस्ट्रेलिया में गोली मार दी गई थी और उनके पास भारतीय पासपोर्ट था।
ऑस्ट्रेलिया के फेडरल पुलिस कमिश्नर क्रिस्सी बरे ने इस गोलीबारी को “इस्लामिक स्टेट द्वारा प्रेरित आतंकवादी हमला” करार दिया।
भाजपा नेता ने यह भी संकेत दिया कि ऐसे लोग भारत से होने के कारण देश की सुरक्षा के लिए खतरा बढ़ाते हैं और भविष्य में ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए कड़ी निगरानी आवश्यक है।