राजौरी. केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं के बारे में नागरिकों को सूचित करने और उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक राष्ट्रव्यापी आउटरीच पहल ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ सोमवार को पीर पंजाल घाटी में कश्मीर के राजौरी जिला, जम्मू और जम्मू के पहाड़ी दूरदराज के इलाकों में पंचायतों तक पहुंची.
जम्मू-कश्मीर में, यात्रा को 15 नवंबर को बुद्धल, राजौरी गुरेज और बांदीपोरा से हरी झंडी दिखाई गई थी. लोग, पंचायती राज संस्थान और सरकारी अधिकारी लॉन्च समारोह में शामिल हुए. एक स्थानीय अब्दुल वाहिद मलिक ने बताया कि केंद्र की योजनाओं का लाभ सभी तक पहुंच रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र की योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंच रहा है. आयुष्मान भारत योजना के तहत अस्सी फीसदी गोल्डन कार्ड बन चुके हैं. बाकी कार्ड बनाए जा रहे हैं.’’
इस योजना के तहत एक साल में इलाज के लिए 5 लाख रुपये तक दवा, टेस्ट आदि का खर्च सरकार वहन करती है. सरकारी अस्पतालों के अलावा कुछ निजी अस्पतालों को भी सरकार ने सूचीबद्ध किया है, जहां मरीज आयुष्मान भारत योजना के तहत जारी ‘गोल्डन कार्ड’ दिखाकर मुफ्त इलाज करा सकते हैं.
इस अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर को झारखंड के खूंटी में हरी झंडी दिखाई थी. देश भर में महत्वपूर्ण जनजातीय आबादी वाले विभिन्न स्थानों से एक साथ कई वैनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, मनोज सिन्हा ने 15 नवंबर को श्रीनगर के राजभवन में वर्चुअल माध्यम से लॉन्च में भाग लिया. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, विकसित भारत संकल्प यात्रा के पहले दिन घटनाओं और पहलों का एक गतिशील मिश्रण सामने आया, जो राष्ट्रीय विकास के साझा दृष्टिकोण की दिशा में सशक्तिकरण और सामूहिक जुड़ाव की कहानियों को एक साथ जोड़ता है.
इसके अलावा, सूचना और प्रसारण मंत्रालय की आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, विकसित भारत संकल्प यात्रा के पहले दिन देश की 259 ग्राम पंचायतों में एक लाख से अधिक लोग पहुंचे. विज्ञप्ति में कहा गया है कि लोग विकसित भारत संकल्प यात्रा आईईसी वैन में उमड़े और उत्साहपूर्वक आयोजित गतिविधियों में भाग लिया और साथ ही प्रदान की गई ऑन-स्पॉट सेवाओं का लाभ उठाया.
इसमें कहा गया है कि आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में 16,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिसमें पहले दिन 6,000 से अधिक लोगों की टीबी और 4500 से अधिक लोगों की सिकल सेल बीमारी के लिए जांच की गई.
यात्रा का उद्देश्य केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और नीतियों के बारे में जागरूकता पैदा करना और प्रमुख सरकारी योजनाओं की शत-प्रतिशत संतृप्ति हासिल करना है.यह यात्रा इस प्रयास में नागरिकों द्वारा साझा की गई भूमिका और जिम्मेदारी को विकसित करने और स्वीकार करने के देश के संकल्प का प्रमाण है.
इसमें कहा गया है कि यह आउटरीच, सूचना प्रसार और देश के विकास में सक्रिय हितधारक बनने के लिए नागरिकों को सशक्त बनाने के माध्यम से इस उद्देश्य की प्राप्ति में एक महत्वपूर्ण कदम है.