श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर के सोपोर क्षेत्र में पुलिस ने बृहस्पतिवार को प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-हुर्रियत से जुड़े कई ठिकानों पर एक समन्वित और ठोस छापेमारी अभियान चलाया। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, यूएपीए की धारा 10 और 13 के तहत दर्ज मामले की जांच के हिस्से के रूप में की गई।
पुलिस ने बताया कि इस छापेमारी में प्रमुख संदिग्धों के घर और परिसरों को निशाना बनाया गया, जिनमें जाफर इस्लाम उर्फ यदुल्ला पीर, लतीफ अहमद कालू और मोहम्मद अशरफ मलिक शामिल थे। यह कार्रवाई सोपोर स्थित यूएपीए अदालत के विशेष न्यायाधीश से वैध छापेमारी वारंट प्राप्त करने के बाद की गई, और पूरी प्रक्रिया एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में संपन्न हुई।
पुलिस ने छापेमारी के दौरान सभी ठिकानों पर उपलब्ध संदिग्ध सामग्री और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की बारीकी से जांच की। अधिकारियों ने कहा कि इस कार्रवाई का उद्देश्य केवल जांच को आगे बढ़ाना और कानूनी प्रक्रिया का पालन करना है, ताकि तहरीक-ए-हुर्रियत जैसे प्रतिबंधित संगठन की गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगाई जा सके।
सुरक्षा बलों ने बताया कि इस तरह की छापेमारी से न केवल संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखी जा सकती है, बल्कि संभावित हिंसक या अवैध गतिविधियों को रोकने में भी मदद मिलती है। पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए ऐसे कठोर और समय पर कदम आवश्यक हैं।
इस अभियान को स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों के बीच समन्वय के साथ अंजाम दिया गया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कार्रवाई पूरी तरह कानूनी और पारदर्शी ढंग से हो। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आगे भी राज्य में सुरक्षा सुनिश्चित करने और प्रतिबंधित संगठनों की गतिविधियों को रोकने के लिए ऐसी कार्रवाईयां जारी रहेंगी।इस कार्रवाई ने सोपोर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।






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