Israel launches airstrikes on Gaza after Rafah attack, jeopardizing ceasefire agreement
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
गाज़ा के दक्षिणी क्षेत्र रफ़ा में रविवार को इज़राइल रक्षा बलों (IDF) ने हवाई हमले किए। इज़राइली सेना ने दावा किया कि “आतंकवादियों” ने रफ़ा इलाके में संचालित उसकी टुकड़ियों पर एंटी-टैंक मिसाइल और गोलियों से हमला किया था। सेना ने इसे युद्धविराम समझौते का उल्लंघन बताते हुए “खतरे को खत्म करने और आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करने” के लिए जवाबी कार्रवाई की।
IDF ने अपने बयान में कहा कि ये हमले उन सुरंगों और सैन्य ढांचों को निशाना बनाकर किए गए जो आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल हो रहे थे। सेना ने चेतावनी दी कि “ऐसे कृत्य युद्धविराम समझौते का स्पष्ट उल्लंघन हैं और IDF सख्त जवाब देगा।”
इस घटना के बाद इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रक्षा मंत्री और वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाई। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, नेतन्याहू ने “गाज़ा पट्टी में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई” के निर्देश दिए।
फ़िलिस्तीनी अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि अक्टूबर की शुरुआत से लागू युद्धविराम के बाद से इज़राइल ने अब तक 47 बार इसका उल्लंघन किया है, जिसमें 38 लोगों की मौत और 143 घायल हुए हैं। वहीं, अक्टूबर 10 को घोषित युद्धविराम से पहले दो साल से चल रहे संघर्ष में गाज़ा में अब तक 68,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और 1,70,000 से ज़्यादा घायल हुए हैं।
इस बीच, नेतन्याहू ने रफ़ा बॉर्डर क्रॉसिंग को “अगले आदेश तक बंद” रखने का निर्देश दिया है, इसे हमास द्वारा बंधकों के शवों के प्रबंधन से जोड़ते हुए। यह क्रॉसिंग गाज़ा की एकमात्र सीमा है जो सीधे इज़राइल के नियंत्रण में नहीं है और मानवीय सहायता के लिए बेहद अहम मानी जाती है।
तनाव के बीच हमास ने इज़राइल पर “बेबुनियाद बहाने बनाकर युद्धविराम को तोड़ने” का आरोप लगाया, जबकि तेल अवीव में प्रदर्शनकारियों ने सरकार से सभी बंधकों के शवों की वापसी सुनिश्चित करने की मांग की।