भारत दुनिया के लिए ‘आदर्श समाज’ के रूप में उभरेगा: मोहन भागवत

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] • 1 Years ago
मोहन भागवत
मोहन भागवत

 

नई दिल्ली. आरएसएस के प्रमुख एवं सरसंघ चालक मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि आरएसएस समाज को जगाने और एकजुट करने के लिए काम कर रहा है, ताकि भारत पूरी दुनिया के लिए एक ‘आदर्श समाज’ के रूप में उभर सके. भागवत ने कहा कि लोगों को एक व्यक्ति के रूप में नहीं, बल्कि एक समुदाय के रूप में समाज की सेवा में आगे आना चाहिए.

वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) दिल्ली इकाई द्वारा अपने कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. भागवत ने कहा, ‘‘संघ समाज को जगाने, एकजुट करने और एक इकाई के रूप में इसे और अधिक संगठित बनाने के लिए काम कर रहा है, ताकि भारत पूरी दुनिया के लिए एक आदर्श समाज के रूप में उभर सके.’’

आरएसएस प्रमुख ने आगे कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों की कई हस्तियों ने देश की आजादी में बलिदान दिया और योगदान दिया, लेकिन ‘हमें एक समाज के रूप में फलने-फूलने में समय लगा’. उन्होंने कहा कि यह भारतीयों का मूल स्वभाव और डीएनए है कि वे समाज की तरह सोचते हैं न कि व्यक्तियों को और हमें उन्हें और प्रोत्साहित करने की जरूरत है.

कल्याण कार्यों की बात करते हुए भागवत ने संघ कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत हितों की परवाह किए बिना समाज के लिए काम करने को कहा. उन्होंने कहा, ‘‘हमें कल्याणकारी कार्य करते समय ‘स्वयं’ से ऊपर प्राथमिकता देने की जरूरत है और इससे हमें एक समाज के रूप में विकसित होने में मदद मिलेगी.’’