आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को दीपावली के अवसर पर देश के नागरिकों को एक पत्र लिखा और ऑपरेशन सिंदूर की सफलताओं और नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई पर प्रकाश डाला। साथ ही कहा कि जब दुनिया संकटों से घिरी हुई है तब ऐसे समय में भारत स्थिरता के प्रतीक के रूप में उभरा है।
प्रधानमंत्री ने जीएसटी दरों को कम करने के निर्णय को अपनी सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया और कहा कि 'जीएसटी बचत उत्सव' के दौरान नागरिक हजारों करोड़ रुपये बचा रहे हैं।
उन्होंने नागरिकों से ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी अपनाने, सभी भाषाओं का सम्मान करने, स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और योग को अपनाने का भी आग्रह किया।
मोदी ने स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर नौसैन्य कर्मियों के साथ दिवाली मनाने के एक दिन बाद देशवासियों को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘ ये सभी प्रयास हमें तेज़ी से विकसित भारत की ओर ले जाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आप सभी को ऊर्जा और उत्साह से भरे पावन पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। अयोध्या में राम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद यह दूसरी दीपावली है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ भगवान श्री राम हमें मर्यादा का पालन करना सिखाते हैं और अन्याय से लड़ने का साहस भी देते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण हमने कुछ महीने पहले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देखा था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने न केवल धर्म का पालन किया बल्कि अन्याय का बदला भी लिया।’’
उन्होंने कहा कि यह दीपावली खास है क्योंकि पहली बार देश भर के कई जिलों में, जिनमें दूरदराज के इलाके भी शामिल हैं, दीप जलेंगे।
उन्होंने कहा,‘‘ ये वे जिले हैं जहां नक्सलवाद और माओवादी आतंकवाद का जड़ से सफाया हो चुका है। हाल के दिनों में हमने कई लोगों को हिंसा का रास्ता छोड़कर, हमारे देश के संविधान में आस्था व्यक्त करते हुए विकास की मुख्यधारा में शामिल होते देखा है। यह राष्ट्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन ऐतिहासिक उपलब्धियों के बीच, देश ने हाल के दिनों में अगली पीढ़ी के सुधारों की भी शुरुआत की है।
मोदी ने कहा, ‘‘नवरात्र के पहले दिन जीएसटी की कम दरें लागू की गईं। इस 'जीएसटी बचत उत्सव' के दौरान नागरिक हजारों करोड़ रुपये बचा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि अनेक संकटों से जूझ रही दुनिया में भारत स्थिरता और संवेदनशीलता का प्रतीक बनकर उभरा है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम निकट भविष्य में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर हैं।’’
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि नागरिकों की प्राथमिक जिम्मेदारी राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करना है। मोदी ने नागरिकों से स्वदेशी अपनाने और गर्व से यह बताने कि ‘‘यह स्वदेशी है’’ का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘ आइए हम 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को बढ़ावा दें। सभी भाषाओं का सम्मान करें। स्वच्छता बनाए रखें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आइए हम अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। आइए हम अपने भोजन में तेल का प्रयोग 10 प्रतिशत कम करें और योग को अपनाएं। ये सभी प्रयास हमें तेज़ी से विकसित भारत की ओर ले जाएंगे।’’