भारत ने AI पर बड़ा दांव लगाया, 3 उत्कृष्टता केंद्रों के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित किए

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 01-02-2025
India bets big on AI, allocates Rs 500 crore for 3 Centres of Excellence
India bets big on AI, allocates Rs 500 crore for 3 Centres of Excellence

 

नई दिल्ली
 
वैश्विक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) केंद्र बनने के भारत के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को शिक्षा के लिए AI में तीन उत्कृष्टता केंद्र (CoE) बनाने की घोषणा की.
 
500 करोड़ रुपये के बजट आवंटन वाली इस पहल का उद्देश्य देश में शिक्षा प्रणाली में AI अनुसंधान और इसके उपयोग को मजबूत करना है.
 
ये नए AI उत्कृष्टता केंद्र उन्नत अनुसंधान, AI सीखने के उपकरणों के विकास और शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर काम करेंगे. इसका लक्ष्य छात्रों को भविष्य में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करना है.
 
वित्त मंत्री सीतारमण ने संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए कहा, "AI दुनिया भर के उद्योगों को बदल रहा है और भारत को AI अनुसंधान और इसके व्यावहारिक अनुप्रयोगों दोनों में अग्रणी होने की आवश्यकता है."
 
उन्होंने कहा कि ये उत्कृष्टता केंद्र नवाचार केंद्रों के रूप में कार्य करेंगे और शिक्षा में उपयोग किए जा सकने वाले AI समाधान विकसित करने में मदद करेंगे.
 
CoE विभिन्न शैक्षणिक आवश्यकताओं के लिए AI मॉडल विकसित करने के लिए शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों, शोध संगठनों और निजी क्षेत्र के खिलाड़ियों के साथ सहयोग करेंगे. इसमें व्यक्तिगत शिक्षण उपकरण, स्वचालित मूल्यांकन और AI-आधारित शिक्षण प्रणाली बनाना शामिल है जो छात्रों के लिए सीखने के अनुभव को बढ़ा सकते हैं. 
 
देश में छह महीने के भीतर किफायती लागत पर अपना स्वयं का सुरक्षित और सुरक्षित स्वदेशी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) मॉडल लॉन्च करने की संभावना है. भारतीय AI मॉडल एक समय पर उठाया गया कदम है क्योंकि भारत एक विश्वसनीय राष्ट्र है और इसलिए, यह आने वाले दिनों में देश को नैतिक AI समाधानों के एक अधिक विश्वसनीय तकनीकी महाशक्ति के रूप में उभरने में मदद करेगा. 
 
उच्च-स्तरीय सामान्य कंप्यूटिंग सुविधा द्वारा समर्थित, IndiaAI मिशन अब भारतीय भाषाओं का उपयोग करके घरेलू संदर्भ के लिए स्वदेशी AI समाधानों को अनुकूलित करने के करीब है. AI केंद्रों के अलावा, सरकार ने 2014 के बाद स्थापित किए गए पाँच IIT में बुनियादी ढाँचे का विस्तार करने की योजना की घोषणा की है. 
 
इस विस्तार से शैक्षणिक और छात्रावास सुविधाएँ बढ़ेंगी, जिससे 6,500 और छात्रों के रहने की व्यवस्था होगी. इस विस्तार से लाभान्वित होने वाले आईआईटी में आईआईटी भिलाई, आईआईटी धारवाड़, आईआईटी गोवा, आईआईटी जम्मू और आईआईटी तिरुपति शामिल हैं.