Increasing power generation is essential for rapid development: Prime Minister Narendra Modi
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर बिजली के महत्व की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि 21वीं सदी में जिस देश को तेज गति से विकास करना है उसे अपने यहां बिजली उत्पादन बढ़ाना ही होगा.
मोदी ने बांसवाड़ा के नापला में विभिन्न परियोजनाओं के शिलान्यास एवं उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही.
उन्होंने कहा,‘‘हमारे देश में कांग्रेस की सरकार ने बिजली के महत्व पर ध्यान ही नहीं दिया। जब 2014 में आपने मुझे सेवा का अवसर दिया और मैंने दायित्व संभाला, तो देश के ढाई करोड़ घर ऐसे थे, जहां बिजली का कनेक्शन नहीं था। आजादी के 70 साल बाद भी देश के 18 हजार गांवों में बिजली का खंभा तक नहीं लगा था। देश के बड़े-बड़े शहरों में घंटों-घंटों की बिजली कटौती होती थी। गांवों में तो चार-पांच घंटे बिजली आ जाए तो बड़ी बात होती थी.’
मोदी ने माही बांसवाड़ा राजस्थान परमाणु ऊर्जा परियोजना की आधारशिला रखी, जिसकी लागत लगभग 42,000 करोड़ रुपये है.
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा,‘‘और उस समय (कांग्रेस के शासन में) लोग एक-दूसरे को बधाई देते थे कि आज एक घंटा बिजली आयी थी, वो हाल थे और बिजली नहीं थी, तो फैक्टरियां भी नहीं चल पाती थीं। नए उद्योग नहीं लग पाते थे। राजस्थान समेत पूरे देश में यही हालत थी.
मोदी ने कहा,‘‘2014 में हमारी सरकार ने इन हालातों को बदलने का संकल्प लिया। हमने देश के हर गांव तक बिजली पहुंचाई. हमने ढाई करोड़ घरों को मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया। और जहां-जहां बिजली के तार पहुंचें, वहां बिजली भी पहुंची, वहां लोगों की जिंदगी आसान हुई.’
प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘21वीं सदी में जिस देश को तेज गति से विकास करना है, उसे अपने यहां बिजली उत्पादन बढ़ाना ही होगा और इसमें भी सबसे सफल वही देश होंगे जो स्वच्छ ऊर्जा में आगे रहेंगे.’’
उन्होंने कहा कि इसलिए भाजपा की केंद्र सरकार स्वच्छ ऊर्जा के अभियान को एक जन-आंदोलन बनाकर काम कर रही है.
प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम के दौरान नवीकरणीय ऊर्जा, जलापूर्ति, बिजली, सड़क और बुनियादी ढांचे क्षेत्र में 1,22,100 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया.