Paper leak case: Sector magistrate posted at Haridwar examination centre suspended
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की परीक्षा के कथित पेपर लीक प्रकरण में सख्त रूख अपनाते हुए राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को हरिद्वार में परीक्षा के लिए नियुक्त सेक्टर मजिस्ट्रेट तथा परीक्षा केंद्र पर तैनात दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। वहीं, मुख्य आरोपी खालिद मलिक के परिवार द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए अतिक्रमण को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
आयोग द्वारा 21 सितंबर को आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा के एक प्रश्नपत्र के तीन पन्ने कथित तौर पर लीक होने के बीच हरिद्वार में परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए बतौर सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए तिवारी को प्रथमदृष्टया कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया.
जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक के पद पर तैनात तिवारी के निलंबन का आदेश उत्तराखंड ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है.
इसके साथ ही, हरिद्वार जिले के बहादरपुर जट गांव में स्थित परीक्षा केंद्र आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज पर तैनात किए गए दारोगा रोहित कुमार और सिपाही ब्रह्मदत्त जोशी को भी निलंबित कर दिया गया.
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने दोनों पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित करते हुए रुड़की के पुलिस क्षेत्राधिकारी नरेंद्र पंत को इस मामले की जांच सौंपी है.
इस मामले में पुलिस, हरिद्वार के इसी परीक्षा केंद्र से अभ्यर्थी के रूप में शामिल हुए खालिद और उसकी बहन साबिया को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
पुलिस के अनुसार, खालिद ने परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर साबिया को भेजी थी जिसने टिहरी की एक सहायक प्रोफेसर सुमन को वे प्रश्न भेजकर उनके उत्तर हासिल किए.