आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत के शीतकालीन पर्यटन का प्रमुख गंतव्य बनने की अपार संभावनाएं हैं और उन्होंने इस संबंध में उत्तराखंड सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की।
मोदी ने अपने मासिक ‘मन की बात’ रेडियो संबोधन में कहा कि तीन साल पहले तक आदि कैलाश पर 2,000 से भी कम पर्यटक जाते थे, जबकि अब यह संख्या बढ़कर 30,000 से अधिक हो गई है।
उन्होंने कहा कि कई देशों ने शीतकालीन खेलों और स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग, पर्वतारोहण व बर्फ पर चढ़ाई जैसी गतिविधियों के इर्द-गिर्द सफल पर्यटन मॉडल तैयार किए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपने विविध भूदृश्यों और पर्वतीय क्षेत्रों के साथ ऐसे अवसर विकसित करने की मजबूत स्थिति में है।
उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि वे छुट्टियों में घूमने की योजना बनाते समय हिमालयी क्षेत्रों पर विचार करें, क्योंकि ये क्षेत्र सर्दियों के मौसम में यादगार अनुभव प्रदान करते हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘सर्दियों के दिनों में, हिमालय की घाटियां एक ऐसे अनुभव का हिस्सा बन जाती हैं, जो जीवन भर याद रहता है। अगर आप इस बार सर्दी में बाहर घूमने की योजना बना रहे हैं, तो हिमालय की घाटियों पर विचार करना न भूलें।’’