गुजरात : आठ जिलों में ऑरेंज अलर्ट, हिमाचल और दिल्ली-NCR में भी भारी बारिश

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 03-08-2025
IMD issued orange alert in eight districts of Gujarat, heavy rains also affected life in Himachal and Delhi-NCR
IMD issued orange alert in eight districts of Gujarat, heavy rains also affected life in Himachal and Delhi-NCR

 

गांधीनगर

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुजरात के आठ जिलों – महिसागर, अरावली, गांधीनगर, मेहसाणा, खेड़ा, साबरकांठा, दाहोद और पंचमहल – के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें होने की संभावना जताई गई है, जिससे जलभराव और यातायात जाम की स्थिति बन सकती है।

इसके अलावा, कच्छ, बनासकांठा, पाटण, सुरेंद्रनगर, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, छोटा उदेपुर, भरूच, नर्मदा, सूरत, तापी, डांग, नवसारी और वलसाड जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।

शनिवार को IMD ने पूर्वोत्तर और उससे सटे पूर्वी भारत में आगामी सात दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। खासकर रविवार को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।

इसी बीच, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार बारिश का सिलसिला रविवार सुबह भी जारी रहा। विजय चौक, कनॉट प्लेस, मिंटो ब्रिज, सरोजिनी नगर, एम्स और पंचकुइयां जैसे क्षेत्रों में तेज बारिश दर्ज की गई।

IMD ने पहले ही गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर में हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की थी। विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर जानकारी साझा करते हुए कहा, “बहादुरगढ़, मानेसर सहित NCR में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना है। वहीं, लोनी देहात, हिंडन एयरफोर्स स्टेशन, गाज़ियाबाद, इंदिरापुरम, छपरोला, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और बल्लभगढ़ में भी हल्की बारिश हो सकती है।”

हिमाचल प्रदेश में मानसून की लगातार बारिश ने जनजीवन बुरी तरह प्रभावित किया है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) की 2 अगस्त की शाम की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में कुल 403 सड़कें बंद हैं, 411 विद्युत वितरण ट्रांसफॉर्मर ठप पड़े हैं और 196 पेयजल योजनाएं बारिश के चलते बाधित हुई हैं।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, मानसून सीजन की शुरुआत से अब तक 179 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 101 मौतें सीधे बारिश से संबंधित घटनाओं – भूस्खलन, बाढ़ और इमारत गिरने – के कारण हुई हैं।