फिरोजपुर (पंजाब)
रविवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पंजाब फ्रंटियर के महानिरीक्षक अतुल फुलझेले ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने और चल रहे राहत उपायों का आकलन करने के लिए फिरोजपुर सीमा पर बाढ़ प्रभावित सीमावर्ती गांवों और चौकियों का दौरा किया।
आईजी अतुल फुलझेले ने प्रीतम सिंह वाला, पछारियां, पल्ला मेघा, जाखरावां, बस्ती रामलाल, कामलेवाला दुलचीके और किल्चे सहित कई बाढ़ प्रभावित सीमावर्ती गांवों का दौरा किया और बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से भी बातचीत की और उन्हें बीएसएफ के त्वरित और निरंतर सहयोग का आश्वासन दिया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि बीएसएफ द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविरों का दौरा करते हुए, उन्होंने स्थानीय निवासियों से ऐसे शिविरों के माध्यम से मुफ्त चिकित्सा और पशु चिकित्सा सुविधाओं का पूरा लाभ उठाने का आग्रह किया, जो पंजाब सीमा पर बाढ़ प्रभावित गांवों में अगले कुछ दिनों तक प्रतिदिन आयोजित किए जाने की योजना है।
आईजी ने प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद बचाव और राहत कार्यों में लगे बीएसएफ जवानों के अथक प्रयासों की सराहना की। विज्ञप्ति में कहा गया है कि उनके दौरे ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अग्रिम मोर्चे पर तैनात बीएसएफ कर्मियों का मनोबल बढ़ाया।
बाढ़ प्रभावित पंजाब में, भारतीय सेना ने शनिवार को फाजिल्का जिले में एक राहत अभियान चलाया। इस अभियान के तहत, सेना राहत सामग्री प्रदान करना और प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को बचाना जारी रखे हुए है। इसके अलावा, भारतीय सेना ने बाढ़ से प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए चिकित्सा शिविर भी स्थापित किए हैं। अधिकारियों के अनुसार, शनिवार तक पंजाब में बाढ़ के कारण 46 लोगों की मौत हो चुकी है।
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि लगभग 2,000 गाँव और चार लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 24 टीमें और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की दो टीमें 144 नावों और एक राज्य सरकार के हेलीकॉप्टर की मदद से राहत कार्य में जुटी हैं। उन्होंने आगे बताया कि राजस्व विभाग ने राहत कार्यों के लिए 71 करोड़ रुपये जारी किए हैं।