अजमेर (राजस्थान)
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को अजमेर शरीफ दरगाह में हाज़िरी दी और चादर चढ़ाकर देश-दुनिया में शांति, सौहार्द और करुणा के लिए दुआ मांगी। उनका यह दौरा खास महत्व रखता है, क्योंकि यह दरगाह के उर्स समारोह के दौरान हुआ है, जिसमें हर साल लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं।
अजमेर शरीफ दरगाह में दर्शन के बाद किरेन रिजिजू ने कहा,“मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि एक बार फिर अजमेर आने का अवसर मिला। आज हम हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज़ की दरगाह पर चादर चढ़ाने आए हैं। हम समाज और देश में शांति के लिए दुआ करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि अजमेर शरीफ से जुड़ा काम संसद के एक अधिनियम के तहत संचालित होता है और इसके सुचारू संचालन के लिए कई ज़िम्मेदारियां हैं।“अजमेर शरीफ के लिए हमें बहुत काम करना है। यह संसद के अधिनियम के तहत आता है और हर पहलू की समीक्षा करना मेरी ज़िम्मेदारी है,” रिजिजू ने कहा।
इससे पहले भी किरेन रिजिजू ने कहा था कि वे हर साल अजमेर शरीफ आते हैं।उन्होंने कहा, “हम पिछले साल भी आए थे और इस बार भी दुआ करेंगे कि देश और देशवासियों का भला हो, सभी लोग समृद्ध हों और आपसी सौहार्द और शांति बनी रहे। हम सभी मिलकर एक विकसित भारत की ओर आगे बढ़ें।”
अजमेर शरीफ दरगाह भारत की सबसे प्रतिष्ठित सूफी दरगाहों में से एक है। हर साल यहां हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की उर्स के मौके पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
इससे पहले, रविवार को किरेन रिजिजू ने नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर हिमाचल प्रदेश से आए बौद्ध प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस मुलाकात की झलक साझा करते हुए बताया कि उन्होंने लाहौल, स्पीति, किन्नौर और धर्मशाला के बौद्ध समुदाय के प्रतिनिधियों से बातचीत की, जिसे उन्होंने “सौहार्द, संस्कृति और साझा मूल्यों पर आधारित एक गर्मजोशी भरी और सार्थक बातचीत” बताया।
इसके अलावा, किरेन रिजिजू ने लोसार (नववर्ष) के अवसर पर लद्दाख के लोगों को शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा,
“लोसार के पावन अवसर पर लद्दाख के लोगों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। नया वर्ष सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लेकर आए। ताशी देलेक और जुल्ले!”