चंडीगढ़
हरियाणा के पानीपत से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। 32 वर्षीय एक महिला ने पिछले दो वर्षों में तीन मासूम बच्चियों की जान ले ली—और वह भी सिर्फ इस वजह से कि वे उसे “सुंदर” लगती थीं। शक के दायरे में आने के डर से उसने अपने तीन साल के बेटे की भी हत्या कर डाली। पुलिस ने बुधवार को इस सनसनीखेज घटनाक्रम का खुलासा किया।
आरोपी महिला की पहचान पूनम के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, हर हत्या में उसने एक ही तरीका अपनाया—पीड़ित को पानी से भरे टब या टैंक में डुबोकर मार देना। यह मामला तब उजागर हुआ जब सोमवार को छह साल की एक बच्ची की रहस्यमय मौत की जांच में पुलिस को हत्या के सबूत मिले।
पानीपत के पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी मानसिक रूप से अस्थिर प्रतीत होती है। सोमवार को मारी गई बच्ची उसकी रिश्तेदार थी, जो अपने परिवार के साथ एक विवाह समारोह में शामिल होने आई थी।
एसपी के अनुसार, तीनों बच्चियां आरोपी की रिश्तेदार थीं—दो छह वर्ष की और एक नौ वर्ष की। इनके परिवारों ने पहले इन मौतों को हादसा मानते हुए अंतिम संस्कार कर दिया था, क्योंकि उन्हें किसी अपराध का संदेह ही नहीं था।
पूछताछ के दौरान पूनम ने अपने जुर्म कबूलते हुए खुलासा किया कि उसने 2023 में भावर गांव में अपने बेटे शुभम और एक अन्य बच्ची की, तथा इस साल अगस्त में सिवाह गांव में एक और बच्ची की हत्या की।
शॉकिंग बात यह है कि पूनम का एक और बच्चा जीवित है।
मकसद के बारे में पूछे जाने पर आरोपी ने कहा कि उसे “सुंदर बच्चियों से चिढ़ होती है” और वह यह सोचकर घबराती थी कि “कहीं बड़ी होकर ये उससे ज्यादा सुंदर न हो जाएं।”एसपी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि शादी (2019) के बाद से ही पूनम के व्यवहार में बदलाव आने लगा था और वह मनोवैज्ञानिक रूप से असामान्य व्यवहार प्रदर्शित करती दिखाई दे रही है।
उन्होंने कहा,“परिवार को शक न हो, इसलिए उसने अपने तीन साल के बेटे को भी मार डाला।”पुलिस ने विभिन्न थानों को मामले की जानकारी देते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। यह मामला न केवल क्रूरता की पराकाष्ठा है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के गंभीर पहलुओं को भी सामने लाता है।