कृषि उपकरणों पर GST कटौती से किसानों के मुनाफे में बढ़ोतरी: कृषि मंत्री

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 07-09-2025
GST reduction on agricultural equipment will increase farmers' profits: Agriculture Minister
GST reduction on agricultural equipment will increase farmers' profits: Agriculture Minister

 

नई दिल्ली

केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कृषि उपकरणों पर हाल ही में की गई GST (माल एवं सेवा कर) दरों में कटौती से खेती की लागत कम होगी और किसानों के मुनाफे में वृद्धि होगी।

भोपाल में मीडिया से बातचीत करते हुए चौहान ने बताया कि बायो-पेस्टिसाइड और माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स पर GST कम किया गया है, जिससे किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे जैविक उर्वरकों (Bio-fertilizers) की ओर किसानों का झुकाव बढ़ने की संभावना है। दूध और पनीर पर अब GST नहीं लगेगा, जिससे आम नागरिक के साथ-साथ किसान, पशुपालक और डेयरी उत्पादक भी लाभान्वित होंगे।

कृषि मंत्री ने कहा, “सरकार का लक्ष्य कृषि में उत्पादन लागत को कम करना और उत्पादन बढ़ाना है। यदि उत्पादन बढ़ता है और लागत कम होती है, तो किसानों के मुनाफे में निश्चित रूप से वृद्धि होगी।” उन्होंने यह भी कहा कि देश के किसानों को इससे महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा और कुछ कंपनियां पहले ही इस कटौती का लाभ प्रदान करना शुरू कर चुकी हैं।

चौहान ने स्पष्ट किया, “किसान उपकरणों पर GST को 5 प्रतिशत तक कम करना – चाहे वह ट्रैक्टर हो, हार्वेस्टर हो, रोटावेटर हो या किसी अन्य प्रकार का उपकरण – किसानों के लिए वरदान साबित होगा।”

उन्होंने कृषि और पशुपालन के बीच सहयोग को ध्यान में रखते हुए कहा, “पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन, कृषि वानिकी, भेड़-बकरी पालन, पोल्ट्री फार्म – यदि आप पूरे क्षेत्र को देखें, तो यह कृषि और पशुपालन को एक-दूसरे के पूरक बनाता है। GST में दी गई छूट हमारे किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए भी लाभकारी साबित होगी।”

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि ऊर्जा आधारित उपकरणों पर GST 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे अनुसंधान आधारित उपकरण सस्ते हो जाएंगे और किसानों तक आसानी से पहुँचेंगे।

चौहान ने बताया, “ड्रिप इरिगेशन और अन्य आधुनिक उपकरणों पर GST की कटौती से ये सस्ते और किसानों के लिए सुलभ होंगे। यदि किसान इनका उपयोग करेंगे, तो पानी की बचत होगी, उत्पादन बढ़ेगा और किसानों के मुनाफे में वृद्धि होगी।”

साथ ही, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को GST प्रणाली में एक महत्वपूर्ण सुधार की घोषणा की, जिसमें 12 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की दरों को दोहरी दर संरचना – 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत – में समेकित किया गया, जबकि ‘सिन’ वस्तुओं पर 40 प्रतिशत लागू होगा।

यह सुधार “नेक्स्ट-जनरेशन GST” पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य वस्तुओं और सेवाओं की किफायती दर, खपत में वृद्धि और आर्थिक दक्षता को बढ़ावा देना है।

इस प्रकार, कृषि उपकरणों और ऊर्जा आधारित संसाधनों पर GST में कटौती से न केवल किसानों की लागत घटेगी, बल्कि कृषि उत्पादन और लाभप्रदता में भी वृद्धि होने की उम्मीद है।