लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से ‘ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी @5’ (GBC@5) के आयोजन की तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इस बार यह आयोजन नवंबर 2025 में प्रस्तावित है, जिसमें 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निवेश परियोजनाएं शामिल होंगी।
मुख्यमंत्री ने औद्योगिक विकास विभाग की उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि पिछले साढ़े आठ वर्षों में "रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म" के मंत्र के साथ चार सफल ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित की जा चुकी हैं। इन आयोजनों के माध्यम से अब तक 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक की औद्योगिक परियोजनाएं धरातल पर उतारी जा चुकी हैं, जिससे 60 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है।
योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हर निवेश प्रस्ताव की प्रगति की नियमित समीक्षा करें और सभी कार्य समयबद्ध ढंग से पूरे किए जाएं। साथ ही उन्होंने भूमि आवंटन और अधिग्रहण को लेकर विशेष संवेदनशीलता बरतने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति की अपनी ज़मीन से भावनात्मक जुड़ाव होता है, इसलिए अगर प्रदेश हित में ज़मीन लेनी ही है तो मुआवजा उचित और पारदर्शी होना चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि सभी औद्योगिक विकास प्राधिकरण वर्तमान मुआवजा दरों में बढ़ोतरी पर विचार करें, ताकि किसानों को उनका उचित हक मिल सके और किसी भी प्रकार की उत्पीड़न की शिकायत न आए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा या यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक क्षेत्र में से किसी एक में ‘फिनटेक हब’ की स्थापना की जाए, जिसमें देश की प्रमुख बैंकिंग और वित्तीय संस्थाओं के कार्यालय हों।
भूमि आवंटन के बाद यदि कोई औद्योगिक इकाई निर्धारित अवधि में ज़मीन का उपयोग नहीं करती है, तो तीन वर्षों के बाद उसकी ज़मीन का आवंटन रद्द करने और उसे किसी अन्य निवेशक को देने के निर्देश भी दिए गए।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने 22 सितंबर से लागू हो रहे जीएसटी सुधारों का लाभ आम जनता तक पहुँचाने पर भी ज़ोर दिया और कहा कि इससे आम आदमी को सीधा फायदा मिलेगा।
बैठक में मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार सभी ज़िलों में सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित विशेष रोजगार क्षेत्रों के विकास की कार्ययोजना पर काम कर रही है।