नई दिल्ली/काठमांडू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को नेपाल की अपनी समकक्ष, अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री सुशीला कार्की से टेलीफोन पर बात की और उनके देश में शांति एवं स्थिरता बहाल करने के प्रयासों के प्रति भारत के दृढ़ समर्थन की पुष्टि की।
मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में बताया कि उन्होंने बातचीत के दौरान नेपाल में हाल ही में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई जनहानि पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा, "नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री श्रीमती सुशीला कार्की के साथ गर्मजोशी से बातचीत हुई। हाल ही में हुई जनहानि पर हार्दिक संवेदना व्यक्त की और शांति एवं स्थिरता बहाल करने के उनके प्रयासों के प्रति भारत के दृढ़ समर्थन की पुष्टि की।" मोदी ने उन्हें और नेपाल की जनता को उनके राष्ट्रीय दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ भी दीं।
काठमांडू में नेपाल के विदेश मंत्रालय के अनुसार, कार्की ने मोदी को बताया कि उनकी अंतरिम सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता चुनाव कराना है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार एक "जवाबदेह, उत्तरदायी और भ्रष्टाचार मुक्त शासन" के माध्यम से युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के साथ कार्की की पहली टेलीफोनिक वार्ता थी। दोनों प्रधानमंत्रियों ने नेपाल और भारत के लोगों के लाभ के लिए द्विपक्षीय सहयोग और साझेदारी की मजबूत गति को जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह नेपाल में 'जेन-जेड' पीढ़ी के नेतृत्व में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिसके कारण पूर्व प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली को पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इन विरोध प्रदर्शनों के दौरान, प्रदर्शनकारियों ने नेताओं के घरों, संसद और अन्य महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों में आग लगा दी थी। सुशीला कार्की ने 12 सितंबर को अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री का पदभार संभाला।