सरकार रेलवे का निजीकरण नहीं करेगी, यह सरकारी प्रतिष्ठा ही रहेगा: पीयूष गोयल

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] • 3 Years ago
पीयूष गोयल
पीयूष गोयल

 

नई दिल्ली. भारतीय रेलवे के निजीकरण को लेकर सारी अटकलों पर विराम लगाते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि इसका निजीकरण नहीं किया जाएगा और यह हमेशा सरकार के पास ही रहेगा. लोकसभा में रेल मंत्रालय के 2021-22के अनुदान मांगों पर गोयल ने कहा कि यह हमारा प्रयास है कि भारतीय रेलवे देश के भावी विकास का इंजन बन गया है.

उन्होंने कहा कि चाहे वह अर्थव्यवस्था हो, यात्रियों की सुविधा हो या कोई अन्य क्षेत्र हो - सरकार संवेदनशीलता के साथ सभी की मांगों को सुन रही है और उनकी आवश्यकताओं को समझ रही है.

मंत्री ने कहा कि कई नेताओं और सांसदों ने आरोप लगाया है कि हम भारतीय रेलवे का कॉर्पोरेटकरण कर रहे हैं और हम भारतीय रेलवे में विनिवेश कर रहे हैं.

गोयल ने कहा, “मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारतीय रेलवे का निजीकरण नहीं किया जाएगा और यह सरकार के पास ही रहेगा. यह भारत सरकार की संपत्ति है.”

उन्होंने यह भी कहा कि सड़कें भी सरकार की संपत्ति हैं, लेकिन क्या कोई कहता है कि सड़कों पर केवल सरकारी वाहन ही चलेंगे.

उन्होंने कहा, “क्या रेलवे लाइन में पूंजी निवेश की कोशिश नहीं की जानी चाहिए? जब निजी निवेश की बात आती है, तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए.”

उन्होंने कहा, अधिक बेहतर सेवाएं और बेहतर माल ढुलाई सेवाएं प्रदान करने के लिए रेलवे पटरियों पर सरकारी और निजी वाहनों को भी चलना चाहिए.

गोयल ने कहा कि भारतीय रेलवे को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए एक राष्ट्रीय रेल योजना-2030बनाई गई है.

उन्होंने कहा कि रेलवे ने 68परियोजनाओं को महत्वपूर्ण श्रेणी में रखा है, 58परियोजनाओं को महत्वपूर्ण श्रेणी के दूसरे चरण में रखा गया है.