पणजी/नई दिल्ली
गोवा के अर्पोरा स्थित नाइटक्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ में 6 दिसंबर को हुए भीषण अग्निकांड में 25 लोगों की मौत के मामले में बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। क्लब के मालिक गौरव लुथरा और सौरभ लुथरा, जो हादसे के बाद थाईलैंड फरार हो गए थे, उन्हें आज थाईलैंड से डिपोर्ट कर भारत लाया जाएगा। गोवा पुलिस ने इसकी पुष्टि की है।
भारत पहुंचते ही केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी दोनों आरोपियों को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश करेंगे, जहां से गोवा पुलिस उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले जाएगी। पुलिस के अनुसार, लुथरा बंधुओं पर बिना आवश्यक सुरक्षा अनुमति और अग्नि सुरक्षा इंतजामों के क्लब संचालन का आरोप है। 6 दिसंबर को क्लब में आयोजित फायर शो के दौरान आग लगने की आशंका जताई गई है।
इस बीच, गोवा सरकार ने मामले की प्रभावी पैरवी सुनिश्चित करने के लिए विशेष कानूनी टीम गठित की है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 105 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है, जिसमें 10 साल तक की सजा का प्रावधान है। जांच अधिकारी सभी कथित उल्लंघनों से जुड़े साक्ष्य जुटा रहे हैं ताकि मजबूत चार्जशीट दाखिल की जा सके।
भारतीय अधिकारियों ने थाईलैंड को सभी आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराए थे, जिनमें पासपोर्ट रद्द होने के बाद जारी इमरजेंसी सर्टिफिकेट भी शामिल हैं। थाई पुलिस ने फुकेत के एक रिसॉर्ट से दोनों को हिरासत में लिया था। भारत-थाईलैंड के बीच 2015 से लागू प्रत्यर्पण संधि के तहत कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए डिपोर्टेशन किया जा रहा है। बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास भी पूरे मामले में समन्वय कर रहा है।
एफआईआर के मुताबिक, क्लब में आपातकालीन निकास द्वार और पर्याप्त सुरक्षा उपकरणों के अभाव के बावजूद फायर शो आयोजित किया गया, जिसके चलते यह भयावह हादसा हुआ और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए।