प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने पर इमाम उमैर अहमद इलियासी के खिलाफ फतवा जारी, विहिप ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 29-01-2024
Imam Umer Ahmed Ilyasi
Imam Umer Ahmed Ilyasi

 

नई दिल्ली. विश्व हिंदू परिषद ने 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के कारण अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख डॉ इमाम उमैर अहमद इलियासी के खिलाफ फतवा जारी करने की निंदा करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. इमाम इलियासी के खिलाफ फतवा मुफ्ती साबिर हुसैनी की ओर से जारी किया गया है.

विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने ऑल इंडिया इमाम आर्गेनाइजेशन के चीफ इमाम डॉक्टर इमाम उमेर अहमद इल्यासी के खिलाफ फतवा जारी करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि उनका राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होना कुछ जिहादी कट्टरपंथी मुफ्तियों को रास नहीं आया और मुफ्तियों के एक ग्रुप द्वारा उनके विरुद्ध फतवा जारी किया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय दुष्कृत्य है.

विहिप नेता ने तुरंत इस फतवे को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि क्या एक भारतीय मुसलमान को अपने पूर्वजों की पुण्यधारा के दर्शन करने का भी अधिकार नहीं है? उन्होंने कहा कि पहली बार किसी इमाम के विरुद्ध जारी एकतरफा फतवे ने यह पुन: सिद्ध कर दिया है कि कैसे कुछ कट्टरपंथी लोग इस्लाम को अपनी जागीर समझते हैं. ये लोग तीन तलाक़, हलाला और हलाल के विरुद्ध कोई फतवा क्यों नहीं जारी करते? उन्हें ये फतवा वापस लेकर देश से माफी मांगनी चाहिए.

विहिप प्रवक्ता ने मुस्लिम समुदाय के इस्लामिक स्कॉलर और बुद्धिजीवियों को भी आगे आकर चीफ इमाम का साथ देने का आग्रह किया. 

 

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