जम्मू. अखनूर मुठभेड़ के बाद, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में मुठभेड़ें होती रहती हैं, उन्होंने कहा कि ‘इसमें कुछ भी नया नहीं है.’
फारूक अब्दुल्ला ने एएनआई से कहा, ‘‘मुठभेड़ें होती रहती हैं, इसमें कुछ भी नया नहीं है. आतंकवादी आते रहते हैं और हम उन्हें मारते रहेंगे.’’ फारूक अब्दुल्ला ने दिवाली की शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई कि मां लक्ष्मी जम्मू-कश्मीर के लोगों पर कृपा बरसाएंगी. अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘सभी को दिवाली मनानी चाहिए. यह बहुत बड़ा त्योहार है. मैं कामना करता हूं कि मां लक्ष्मी जम्मू-कश्मीर के लोगों पर कृपा बरसाएं.’’
आतंकवाद विरोधी अभियान भारतीय सुरक्षा बलों के जवाबी हमले के तहत शुरू किए गए ऑपरेशन आसन का हिस्सा था, जिसे 28 अक्टूबर को बटाल इलाके में आतंकवादियों द्वारा सेना के काफिले पर हमला करने के बाद शुरू किया गया था. सुरक्षा बलों ने सेना के काफिले पर हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के अखनूर में एक बड़ी मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया.
सुरक्षा बलों के अनुसार, आतंकवादियों ने सेना की एम्बुलेंस पर गोलीबारी की, जिसके बाद तुरंत जवाबी कार्रवाई की गई. इलाके को तुरंत सील कर दिया गया और जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा समन्वित तलाशी अभियान शुरू किया गया. इस अभियान का नेतृत्व भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर ने किया, जिसने चौबीसों घंटे निगरानी के बाद आतंकवादियों को घेर लिया.
व्हाइट नाइट कोर ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘‘रात भर निगरानी के बाद, आज सुबह भीषण गोलीबारी हुई, जिसके परिणामस्वरूप हमारे बलों को महत्वपूर्ण जीत मिली.’’
सेना के अधिकारियों के अनुसार, मुठभेड़ के कारण मौके से युद्ध जैसे सामान भी बरामद हुए. हालांकि दुर्भाग्य से, भारतीय सेना की कैनाइन इकाई के एक बेल्जियन मालिनोइस कुत्ते फैंटम ने सर्वोच्च बलिदान दिया. 25 मई 2020 को जन्मे फैंटम अगस्त 2022 में सेना में शामिल हुए थे और सुंदरबनी सेक्टर में आतंकवादियों का पीछा करने वाली टीम का हिस्सा थे. दुश्मन के ठिकानों की ओर आगे बढ़ने में सुरक्षा बलों की मदद करते हुए वे शहीद हो गए.
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