ईडी ने पार्थ चटर्जी की बेटी, दामाद को जांच के दायरे में लिया

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 05-08-2022
ईडी ने पार्थ चटर्जी की बेटी, दामाद को जांच के दायरे में लिया
ईडी ने पार्थ चटर्जी की बेटी, दामाद को जांच के दायरे में लिया

 

कोलकाता.

करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती अनियमितताओं के घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब पार्थ चटर्जी की बेटी सोहिनी भट्टाचार्य और उनके पति कल्याणमय भट्टाचार्य को जांच के दायरे में लिया है.

सोहिनी और कल्याणमय वर्तमान में अमेरिका में रहते हैं और एजेंसी के अधिकारियों ने दंपति को ईमेल भेजकर पूछताछ के लिए जल्द से जल्द कोलकाता पहुंचने को कहा है. हालांकि ईडी के सूत्रों ने कहा है कि दोनों को तलब करने की वजहें अलग-अलग हैं.

कल्याणमय भट्टाचार्य के बारे में, तीन कंपनियों- इम्प्रोलाइन कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, एचआरआई वेल्थ क्रिएशन रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड, एक्रीसियस कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ उनके जुड़ाव के बारे में है.

केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के तहत कंपनी रजिस्ट्रार (आरओसी) के रिकॉर्ड के अनुसार, वह एक्रीसियस कंसल्टिंग में प्रबंध निदेशक हैं, जबकि अन्य दो में, वह केवल एक निदेशक हैं. एचआरआई वेल्थ क्रिएशन रियल्टर्स एंड इम्प्रोलाइन कंस्ट्रक्शन में, दूसरे डायरेक्टर कृष्ण चंद्र अधिकारी हैं, जो कल्याणमय भट्टाचार्य के मामा हैं और पश्चिम मिदनापुर जिले के पिंगला के निवासी हैं.

ईडी के सूत्रों ने कहा कि कल्याणमय भट्टाचार्य से मूल सवाल यह होगा कि वह अमेरिका में बैठकर कंपनियों को कैसे चलाते हैं. एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा, "ये कंपनियां, जैसा कि हम मानते हैं, विभिन्न चैनलों में फंड ट्रांसफर करने के इरादे से बनाई गई केवल शेल कंपनियां हैं.

उनमें से एक का रजिस्टर्ड पता एचआरआई वेल्थ क्रिएशन रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड है. हम इस मामले में उनसे महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने की उम्मीद करते हैं." इस बीच सोहिनी भट्टाचार्य को तलब करने का मकसद दक्षिण 24 परगना जिले के बरुईपुर नगर पालिका के अंतर्गत पुरी गांव में 'बिश्राम' नाम के एक फार्महाउस से जुड़ा है.

डब्लूबीएसएससी घोटाले के सिलसिले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी, सोहिनी भट्टाचार्य के नाम से रजिस्टर्ड फार्महाउस का अक्सर दौरा करते थे.