Dun & Bradstreet celebrates 25 years, honoring companies' extraordinary contributions
आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
Dun & Bradstreet, जो वैश्विक स्तर पर बिज़नेस डेटा और एनालिटिक्स के लिए जानी जाती है, ने अपने प्रतिष्ठित कार्यक्रम “इंडियाज़ टॉप 500 वैल्यू क्रिएटर्स” के 25वें संस्करण का मुंबई में भव्य आयोजन किया। 28 नवंबर 2025 को ताज सांताक्रूज़ में आयोजित इस वार्षिक समिट ने उन भारतीय कंपनियों को सम्मानित किया, जिन्होंने पिछले ढाई दशक में असाधारण वैल्यू निर्माण कर देश की आर्थिक विकास गाथा को नई ऊंचाई दी।
1997 में शुरुआत के बाद से यह सूची भारत की कॉर्पोरेट दुनिया का एक भरोसेमंद मानक बन चुकी है। डॉट-कॉम बूम से लेकर वैश्विक आर्थिक संकट, GST सुधारों से होते हुए डिजिटल क्रांति और महामारी के चुनौतीपूर्ण दौर—हर परिवर्तन के बीच इन कंपनियों ने उल्लेखनीय मजबूती और नवाचार का परिचय दिया।
रिपोर्ट के प्रमुख तथ्य
2025 की सूची 5,000 से अधिक सूचीबद्ध कंपनियों के विस्तृत मूल्यांकन पर आधारित है, जिसमें 25 से अधिक मापदंडों को शामिल किया गया। इन 500 कंपनियों ने मिलकर भारतीय कॉर्पोरेट जगत की रीढ़ की भूमिका निभाई है।
रिपोर्ट के अनुसार:
ये कंपनियाँ BSE के कुल मार्केट कैप का 82% हिस्सा हैं, जिनकी संयुक्त वैल्यू मार्च 2025 में ₹339 लाख करोड़ रही।
1997 की तुलना में इनका मार्केट वैल्यू 68 गुना बढ़ा है—₹5 लाख करोड़ से बढ़कर ₹339 लाख करोड़।
पिछले पाँच वर्षों में इन्होंने 268.2% का औसत शेयरहोल्डर रिटर्न दिया, जो NSE 50 के 152.1% से कहीं अधिक है।
FY21 से FY25 के बीच इनकी राजस्व वृद्धि 74% और शुद्ध लाभ में 127% की बढ़ोतरी दर्ज हुई।
यह समूह 58 सेक्टरों में फैला हुआ है, जो भारत की GDP और स्थिर आर्थिक विकास में बड़ा योगदान देता है।
Dun & Bradstreet इंडिया के MD और CEO अविनाश गुप्ता ने कहा कि इन कंपनियों की सफलता उनकी क्षमता, नवाचार और उद्देश्यपूर्ण नेतृत्व की देन है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले 25 वर्ष टिकाऊ विकास, डिजिटल नवाचार और समावेशी वृद्धि के होंगे।