श्रावण मास के पहले सोमवार को मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 22-07-2024
Devotees flock to temples on the first Monday of Shravan
Devotees flock to temples on the first Monday of Shravan

 

गाजियाबाद

श्रावण मास के पहले सोमवार को मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी गईं.
 
श्रावण, जिसे सावन के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू कैलेंडर में भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र महीना है.
 
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में दूधेश्वर नाथ मंदिर में सुबह 4 बजे से ही भक्तों की कतार लगनी शुरू हो गई थी. किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत उन्होंने भगवान शिव का जलाभिषेक किया.
 
इस साल श्रावण का पवित्र महीना 22 जुलाई से 19 अगस्त तक चलेगा. वैसे तो पूरा महीना शुभ होता है, लेकिन सोमवार का विशेष महत्व होता है. इस बार श्रावण की शुरुआत और अंत दोनों ही दिन सोमवार हैं, यानी पूरे महीने में कुल पांच सोमवार हैं.
 
यह शुभ महीना 'श्रावण' नक्षत्र में शुरू होता है, जो दर्शाता है कि भगवान शिव की विशेष कृपा होगी और चंद्रमा के प्रभाव से कई समस्याएं दूर होंगी.
 
इससे पहले गाजियाबाद पुलिस ने दूधेश्वर नाथ मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं के आने की आशंका के मद्देनजर रूट डायवर्जन प्लान जारी किया था. पुलिस ने इलाके में बैरिकेडिंग कर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी है और श्रद्धालुओं के लिए रास्ता बना दिया है.
 
इसके अलावा, पूरा इलाका सीसीटीवी की निगरानी में है, जिसकी निगरानी पुलिस कंट्रोल रूम कर रहा है.
 
इस दिन से कांवड़ यात्रियों, जिन्हें कांवड़िए भी कहते हैं, की आवाजाही में काफी वृद्धि होगी.
 
हरिद्वार और ऋषिकेश में हजारों कांवड़िए गंगा नदी से जल लेने और घर लौटने पर भगवान शिव के मंदिरों में जल चढ़ाने के लिए कड़ी सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की गई है.