नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार सुबह भी वायु गुणवत्ता बेहद खराब बनी रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सुबह करीब 8 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 387 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। गुरुवार की तुलना में हवा की स्थिति और बिगड़ी है, जब शाम 4 बजे AQI 373 दर्ज किया गया था। राजधानी के बड़े हिस्से घने और जहरीले स्मॉग की चपेट में रहे।
पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार में हालात सबसे ज्यादा खराब रहे, जहां AQI 437 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में है। इसी तरह विवेक विहार (436), आर.के. पुरम (436), नेहरू नगर (425), पंजाबी बाग (412) और वजीरपुर (406) में भी हवा गंभीर स्तर पर पहुंच गई। आईटीओ, गाज़ीपुर, पालम और ग्रेटर नोएडा के इलाकों में भी घना स्मॉग छाया रहा।
कुछ क्षेत्रों में मामूली सुधार जरूर देखा गया, लेकिन स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है। दिलशाद गार्डन में AQI 356, मंदिर मार्ग में 342, नॉर्थ कैंपस में 349 और रोहिणी में 396 दर्ज किया गया, जो सभी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में हैं।
AQI मानकों के अनुसार, 0-50 ‘अच्छा’, 51-100 ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बेहद खराब’ और 401-500 ‘गंभीर’ श्रेणी मानी जाती है।
इस बीच, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने ‘नो पीयूसी, नो फ्यूल’ अभियान के तहत दिल्ली-गुरुग्राम सीमा और जनपथ सहित कई पेट्रोल पंपों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कर्मचारियों से नियमों का सख्ती से पालन कराने, लेकिन नागरिकों के साथ शालीन व्यवहार रखने को कहा।
मंत्री ने बताया कि 17 दिसंबर को 29,938 और 18 दिसंबर को शाम 5:20 बजे तक 31,974 पीयूसी प्रमाणपत्र जारी किए गए, यानी एक दिन में कुल संख्या 61,000 से अधिक पहुंच गई। उन्होंने कहा कि यह जनसहयोग प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में एक सकारात्मक संकेत है।






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