आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यहां कहा कि प्रयागराज में तीन जनवरी से प्रारंभ हो रहे माघ मेले का दायरा 2024 के मेले की तुलना में बढ़ाया गया है और इस बार मेले में 12 से 15 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान करने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने यहां मेला प्राधिकरण के सभागार में समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘माघ मेला 2026 की तैयारी प्रारंभ हो गई है। इस बार इसका (माघ मेले का) दायरा 2024 की तुलना में बढ़ाया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आमतौर पर देखा गया है कि मेले में 20-25 लाख कल्पवासी एक माह तक यहां प्रवास करते हैं। हमारा अनुमान है कि इस डेढ़ महीने के दौरान प्रयागराज में 12 से 15 करोड़ लोग संगम पर स्नान करेंगे जिसमें प्रतिदिन स्नान करने वाले कल्पवासी शामिल हैं।’’
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘इस बार माघ मेला पंद्रह दिन पहले है। तीन जनवरी को पौष पूर्णिमा है, 15 जनवरी को मकर संक्रांति, 18 जनवरी को मौनी अमावस्या, 23 जनवरी को बसंत पंचमी, पहली फरवरी को माघी पूर्णिमा और 15 फरवरी को महाशिवरात्रि है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश के सभी विभागों को इस आयोजन से जोड़ा गया है। सिंचाई विभाग यहां जल की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वहीं बिजली विभाग नियमित बिजली आपूर्ति के साथ ही बिजली की सुरक्षा की भी व्यवस्था करेगा। लोक निर्माण विभाग संपर्क मार्गों के साथ ही सात अस्थायी पुल का निर्माण करेगा।’’
उन्होंने कहा कि जल निगम द्वारा पेयजल की 242 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जाएगी। साथ ही 85 किलोमीटर की सीवर लाइन भी बिछाई जाएगी ताकि एक बूंद भी दूषित जल गंगा या यमुना में ना जाने पाए।
उन्होंने कहा, ‘‘विद्युत निगम मेला क्षेत्र में 25 अस्थायी उपकेंद्र बनाएगा। श्रद्धालुओं को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने के लिए 20-20 बिस्तरों के दो अस्पताल बनाए जा रहे हैं। साथ ही लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 12 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जाएंगे। एक वेक्टर नियंत्रण इकाई, पांच आयुर्वेदिक और पांच होम्योपैथिक चिकित्सालय की स्थापना एवं 50 एंबुलेंस की व्यवस्था भी की जा रही है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘नगर विकास विभाग पर्याप्त संख्या में शौचालय और ‘स्ट्रीट लाइट’ की व्यवस्था कर रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेले का दायरा 800 हेक्टेयर क्षेत्र में सात सेक्टर में फैला होगा। वहीं अलग-अलग मार्गों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 42 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था होगी। मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए क्षेत्र में 17 थाने, 42 पुलिस चौकियां, 20 दमकल गाड़ियां, सात अग्निशमन चौकियां और 20 अग्निशमन निगरानी टावर, एक जल पुलिस थाना, एक जल पुलिस नियंत्रण कक्ष और चार जल पुलिस उप नियंत्रण कक्ष होंगे।’’
उन्होंने कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई) से युक्त 400 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से मेले पर नजर रखी जाएगी। यातायात और भीड़ नियंत्रण के लिए भी अंतरजनपदीय और अंतरराज्यीय कार्ययोजना विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि परिवहन के लिए 3,800 बस मेले के दौरान चलाई जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इस दौरान ‘टेंट सिटी’ का भी निर्माण किया जा रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि माघ मेला नयी ऊंचाइयों को छुएगा और हम इस पूरे आयोजन को पूरी भव्यता एवं दिव्यता के साथ संपन्न कराएंगे।’’
बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मां गंगा का पूजन किया और लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर में पूजा अर्चना की।