गुवाहाटी (असम),
असम विधान सभा के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता नुमल मुमिन ने गुरुवार को एक जुबिन गर्ग मेमोरियल ट्रस्ट बनाने का प्रस्ताव रखा। इस ट्रस्ट के तहत प्राप्त दान गरीबों, विधवाओं, अनाथों, वंचित समुदायों और छात्रों के कल्याण के लिए खर्च किए जाएंगे, ताकि दिवंगत गायक जुबिन गर्ग की विरासत सामाजिक भलाई के माध्यम से जीवित रह सके।
जुबिन गर्ग का निधन 19 सितंबर को सिंगापुर में हुआ था, जब वे नॉर्थईस्ट इंडिया फेस्टिवल में प्रदर्शन करने वाले थे। उनके पार्थिव शरीर को पहले दिल्ली लाया गया और फिर 21 सितंबर को गुवाहाटी पहुंचाया गया।
एएनआई से बात करते हुए मुमिन ने कहा, "मेरी व्यक्तिगत सलाह है कि हमें जुबिन गर्ग मेमोरियल ट्रस्ट बनाना चाहिए, और इस ट्रस्ट को मिलने वाले दान गरीबों, अनाथालयों, विधवाओं और सभी उपेक्षित और वंचित व्यक्तियों की मदद के लिए इस्तेमाल होना चाहिए, जिसमें वृद्धाश्रम में रहने वाले लोग भी शामिल हैं। इससे सीधा लाभ जरूरतमंदों को मिलेगा और जुबिन की याद गरीबों की भलाई के माध्यम से जीवित रहेगी। इससे वंचितों को लाभ मिलेगा, खासकर छात्रों को छात्रवृत्ति के माध्यम से मदद मिलेगी। गरीब छात्र अपनी पढ़ाई जारी रख पाएंगे, विधवाओं को उनका उचित समर्थन मिलेगा, और परिवार द्वारा उपेक्षित बुजुर्गों को देखभाल मिलेगी। इस तरह हम जुबिन गर्ग की विरासत को सच्चाई से जीवित रख सकते हैं। यह ट्रस्ट सभी के लिए खुला होना चाहिए और किसी द्वारा उसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। मुझे विश्वास है कि असम के 3 करोड़ 40 लाख लोग इस ट्रस्ट के सदस्य बन सकते हैं।"
मुमिन ने जुबिन गर्ग के असम और पूरे भारत के संगीत प्रेमियों के लिए हुए अकाल मृत्यु को एक बड़ा नुकसान बताया।
उन्होंने कहा, "हमें भारतीय न्याय प्रणाली पर विश्वास बनाए रखना होगा। माननीय मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने पहले ही एक सोसायटी बनाई है, जिसका निरीक्षण एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश और एक जांच कर रहे न्यायाधीश द्वारा किया जा रहा है। जांच सही दिशा में बढ़ रही है। कई लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और जांच जारी है। मुझे विश्वास है कि उचित समय में इस विशेष जांच टीम और न्यायाधीशों की समिति से अच्छा नतीजा मिलेगा। हमें जांच समिति को समय देना होगा और धैर्य रखना होगा। जुबिन गर्ग की अकाल मृत्यु हम सभी असमवासियों के लिए बेहद दुखद है। न केवल असम में, बल्कि पूरे भारत में लोग उनकी मौत पर शोक मना रहे हैं। उनकी मधुर आवाज़ सभी द्वारा सम्मानित और पसंद की जाती थी। उन्होंने अपने करियर में असमी, हिंदी, बंगाली समेत कई भाषाओं में लगभग 40,000 गीत गाए। उनके संगीत को हर जगह सराहा गया, और उनका नुकसान संगीत प्रेमियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।"
उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने SIT और उच्च न्यायालय की निगरानी में एक समिति गठित की है, और यदि आवश्यक हुआ तो मामले को CBI को भेजा जाएगा ताकि न्याय सुनिश्चित हो सके।
मुमिन ने कहा, "हिमंता बिस्वा सरमा इस मामले को लेकर बहुत गंभीर हैं। उन्होंने तुरंत SIT और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली समिति गठित की। जांच सही दिशा में है। यदि SIT और अन्य जांच एजेंसियां विफल होती हैं, तो वे मामले को CBI को भेजने का आश्वासन दे चुके हैं। सभी चाहते हैं कि जुबिन गर्ग के मौत के असली कारण का पता चले और न्याय मिले।"
अब तक SIT ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य आयोजनकर्ता श्यामकु महंता, जुबिन गर्ग के मैनेजर सिद्धांत शर्मा, उनके बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी और सह-गायक अमृतप्रवा महंता शामिल हैं।