आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
मध्यप्रदेश के हजारों सरकारी चिकित्सकों ने दूषित कफ सिरप 'कोल्ड्रिफ' से 22 बच्चों की मौत के मामले में एक चिकित्सक की गिरफ्तारी को अवैध करार देते हुए विरोध दर्ज कराया।
चिकित्सकों ने कहा कि डॉ. प्रवीण सोनी को "बलि का बकरा" बनाया गया है और "असली दोषियों" के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
चिकित्सकों ने आरोप लगाया कि विवादित कफ सिरप में जहरीला औद्योगिक विलायक (इंडस्ट्रियल सॉल्वेंट) था।
उन्होंने मिलावटी दवाओं के निर्माताओं को मृत्युदंड देने की मांग की।
राज्य में विभिन्न चिकित्सक संगठनों से जुड़े इन चिकित्साकर्मियों ने अपनी बाहों पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया, लेकिन शुक्रवार को अपना नियमित काम जारी रखा।