नई दिल्ली,
कांग्रेस ने दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा नए मोबाइल फ़ोनों में संचार साथी (Sanchar Saathi) ऐप को अनिवार्य रूप से प्री-इंस्टॉल करने के निर्देशों को असंवैधानिक करार दिया है और तुरंत वापस लेने की मांग की है।
कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि नागरिकों का निजता का अधिकार संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीवन और स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने कहा,“हम पर ‘बिग ब्रदर’ की निगरानी नहीं हो सकती। DoT का यह निर्देश पूरी तरह असंवैधानिक है। ऐसा सरकारी ऐप जिसे हटाया नहीं जा सकता, हर भारतीय की निगरानी का डिस्टोपियन साधन है। इससे नागरिकों की हर गतिविधि, बातचीत और निर्णय पर निगरानी रखी जा सकती है।”
वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि यह कदम नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों पर हो रहे लगातार हमलों की कड़ी का हिस्सा है, जिसे कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी।उन्होंने कहा, “हम इस निर्देश को खारिज करते हैं और तुरंत वापस लेने की मांग करते हैं।”
कांग्रेस नेता ने दूरसंचार विभाग द्वारा जारी टेलीकॉम साइबर सिक्योरिटी रूल्स, 2024 (संशोधित) के तहत जारी वह निर्देश भी साझा किया, जिसमें मोबाइल फ़ोनों की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए संचार साथी ऐप को पहले से इंस्टॉल करने का प्रावधान है।
DoT के निर्देश में कहा गया है—
“भारत में उपयोग के लिए बनाए गए सभी मोबाइल हैंडसेट्स के निर्माता और आयातक इन निर्देशों के जारी होने के 120 दिनों के भीतर अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।”
“निर्देशों का पालन न करने पर टेलीकम्युनिकेशंस एक्ट 2023, टेलीकॉम साइबर सिक्योरिटी रूल्स 2024 (संशोधित) और अन्य लागू कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी।”
“ये दिशा-निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे और आगे संशोधन या वापसी तक प्रभावी रहेंगे।”
कांग्रेस ने कहा है कि ऐसे आदेश नागरिक स्वतंत्रता और निजता पर गहरा आघात हैं और इन्हें वापस लेना आवश्यक है।