नारायणपुर (छत्तीसगढ़)
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में 12 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें 5 महिलाएं और 7 पुरुष शामिल हैं, जिन पर कुल 18 लाख रुपये का इनाम था।
नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुरिया ने एएनआई को बताया कि “इन 12 नक्सलियों में से दो इंड्रावती और ईस्ट बस्तर क्षेत्रों में अपनी नक्सली यूनिट में ECM पद पर थे। इनके आत्मसमर्पण के पीछे सरकार की आत्मसमर्पण नीति और लगातार चल रही एंटी-नक्सल अभियान का दबाव है।”
एसपी ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार की नीति के तहत प्रत्येक को 50,000 रुपये दिए जाते हैं और उनकी पहचान दस्तावेज बनाकर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाता है।
गुरिया ने बताया कि “इनमें से एक नक्सली प्लाटून 16 का था, जिसका कमांडर पिछले ऑपरेशन में निष्क्रिय किया गया था। उन्होंने कहा कि वे लगातार चल रही पुलिस कार्रवाई के दबाव में हैं और इसलिए आत्मसमर्पण कर रहे हैं।”
इस साल अब तक 171 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिनमें कई शीर्ष स्तर के कैडर भी शामिल हैं।
इससे पहले बुधवार को, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए। दक्षिण-पश्चिम बीजापुर में नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाया। मुठभेड़ स्थल से दोनों मृतकों के साथ हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।
साथ ही, गढ़चिरोली जिले में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में दो महिला नक्सलियों की मौत हुई। पुलिस ने बताया कि एटापल्ली तालुका के गट्टा जंभिया थाना क्षेत्र के मोदासके गांव के जंगल में कुछ गट्टा LOS के सदस्य कैंप कर रहे थे।
अतिरिक्त एसपी आहेरी सत्य साई कार्तिक के नेतृत्व में 5 C60 यूनिटों के साथ ऑपरेशन शुरू किया गया। पुलिस और CRPF की सहायता से जंगल में खोजी कार्रवाई के दौरान नक्सलियों ने फायरिंग की, जिस पर सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की। इस अभियान में दो महिला नक्सलियों के शव, एक स्वचालित AK-47 राइफल, एक परिष्कृत पिस्टल, गोलाबारूद, साहित्य और अन्य सामग्री बरामद हुई।