संचार साथी पर केंद्र का स्पष्ट रुख: रजिस्ट्रेशन के बिना ऐप नहीं चलेगा — ज्योतिरादित्य सिंधिया

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 03-12-2025
Centre's clear stand on Sanchar Sathi: App will not work without registration - Jyotiraditya Scindia
Centre's clear stand on Sanchar Sathi: App will not work without registration - Jyotiraditya Scindia

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली

 
केंद्र सरकार द्वारा मोबाइल फ़ोन में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल करने के निर्देश के बाद गोपनीयता को लेकर उठ रहे सवालों के बीच केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में साफ़ किया कि यह ऐप पूरी तरह उपयोगकर्ता की पसंद पर निर्भर है। उन्होंने जोर देकर कहा कि संचार साथी ऐप को किसी भी साधारण ऐप की तरह फोन से हटाया जा सकता है और जब तक उपयोगकर्ता स्वयं इसमें रजिस्टर नहीं करेगा, तब तक यह सक्रिय नहीं होगा।
 
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा ऐप के दुरुपयोग और संभावित निगरानी को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए सिंधिया ने कहा कि देश में एक अरब से अधिक मोबाइल उपयोगकर्ता हैं और कुछ लोग इनका नकारात्मक इस्तेमाल भी करते हैं। ऐसे में सरकार का कर्तव्य बनता है कि वह नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। इसी उद्देश्य से 2023 में संचार साथी पोर्टल शुरू किया गया और 2025 में इसे मोबाइल ऐप के रूप में लाया गया, ताकि सभी लोग इसकी सेवाओं तक आसानी से पहुंच सकें।
 
सिंधिया ने स्पष्ट किया कि ऐप की सफलता जनता की भागीदारी पर निर्भर है। यदि फोन में ऐप प्री-लोडेड है तो इसका यह अर्थ नहीं कि यह स्वचालित रूप से काम करेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक नागरिक की तरह इसे हटाने का अधिकार हर व्यक्ति को है। यदि जनता की प्रतिक्रिया में किसी बदलाव की आवश्यकता महसूस होती है, तो सरकार दूरसंचार विभाग के आदेश में संशोधन को भी तैयार है।
 
वहीं विपक्ष का कहना है कि प्री-लोडेड ऐप को हटाने के बाद भी उपयोगकर्ता यह सुनिश्चित नहीं कर सकता कि उसकी सारी विशेषताएं निष्क्रिय हो चुकी हैं। उनकी दलील है कि यह नागरिकों की निजता पर हमला हो सकता है। इस पर सिंधिया ने दोहराया कि न तो किसी तरह की जासूसी संभव है और न ही सरकार का ऐसा कोई इरादा है। सरकार का उद्देश्य केवल यह सुनिश्चित करना है कि नागरिक मोबाइल से जुड़े जोखिमों से सुरक्षित रहें।
 
इन सबके बीच दूरसंचार विभाग के ताज़ा निर्देशों के मुताबिक संचार साथी ऐप मोबाइल सेटअप के समय दिखाई देना और उपयोगकर्ताओं के लिए सुलभ होना अनिवार्य है। हालांकि, इसे सक्रिय करना या हटाना पूरी तरह उपभोक्ता की इच्छा पर निर्भर रहेगा।