जैसलमेर (राजस्थान)
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने सोमवार को भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जैसलमेर में दिवाली का उत्सव बड़े उल्लास और जोश के साथ मनाया। इस मौके पर जवानों ने दीये और मोमबत्तियां जलाईं, रंगोली बनाई और पटाखे फोड़े।
122 बटालियन के कमांडेंट मुकेश पंवार ने ANI से बातचीत में बताया,
"हम अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दिवाली को एक परिवार की तरह मना रहे हैं। बीएसएफ हमारा परिवार है और हम यहां उसी भावना के साथ त्योहार मना रहे हैं।"
उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भी कहा,"ऑपरेशन सिंदूर 2 की बात दूर है, फिलहाल ऑपरेशन सिंदूर 1 ही जारी है और मुझे पूरा विश्वास है कि यह प्रधानमंत्री के विजन को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। हमारी कार्रवाई किसी देश के खिलाफ नहीं होती, बल्कि उन लोगों के खिलाफ होती है जो आतंकवाद की विचारधारा में विश्वास रखते हैं।"
दिवाली के इस पर्व पर बीएसएफ जवानों ने रंगोली बनाई, दीये जलाए और मिठाइयों का आनंद लिया। जवानों ने बताया कि मुख्यालय से उनके कमांडर द्वारा मिठाइयां और पटाखे भेजे गए, ताकि वे भी इस पर्व को उल्लासपूर्वक मना सकें।
एक जवान ने कहा,"हमें सिखाया गया है – एक गोली, एक दुश्मन। हमारी नजरें सतर्क हैं, लेकिन दिल में दिवाली की खुशी भी है। हमने रंगोली बनाई, दीये जलाए और अपने साथियों के साथ दिवाली मनाई।"
अखनूर सेक्टर (LoC) में तैनात भारतीय सेना के जवानों ने भी मिट्टी के दीये जलाकर और पटाखे फोड़कर दिवाली मनाई। इस अवसर पर सेना अधिकारियों ने पूजा-अर्चना भी की।
पंजाब के अमृतसर स्थित अटारी बॉर्डर पर भी बीएसएफ के अधिकारियों ने पटाखे जलाकर और दिये सजाकर दीपावली का जश्न मनाया।
बीएसएफ अधिकारी रूबी ने कहा:"हम सीमा पर रहकर दिवाली मना रहे हैं, ताकि देशवासी सुरक्षित और शांतिपूर्वक त्योहार मना सकें। हम परिवार से दूर हैं, लेकिन बीएसएफ ही हमारा परिवार है। हमारा फर्ज है कि जब देश त्योहार मना रहा हो, तब हम उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करें।"