नई दिल्ली
भाजपा नेता शहनवाज हुसैन ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद अध्यक्ष महमूद असद मदानी की जिहाद संबंधी टिप्पणियों की कड़ी आलोचना की है। हुसैन ने कहा कि मदानी पूरे देश को गुमराह कर रहे हैं और अपने बयान से हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच दूरी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
महमूद मदानी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में जिहाद की व्याख्या करते हुए कहा कि यह शब्द केवल आतंकवादियों के खिलाफ लड़ने के लिए है, और सरकार ने इसे गलत अर्थों से जोड़कर पेश किया है।
हालांकि, शहनवाज हुसैन ने कहा, “मदमानी ने स्पष्ट रूप से कहा कि जब अत्याचार होगा, तब जिहाद होगा। उन्होंने यहां तक कहा कि वे सीने पर गोली लेने को तैयार हैं। यह बयान देश में नफरत और विवाद फैलाने की कोशिश है।” हुसैन ने आगे कहा कि महमूद मदानी भारत में मुसलमानों को उत्पीड़ित और परेशान दिखा रहे हैं, जबकि वास्तव में देश में कहीं भी दंगे या अशांति नहीं है और सभी सरकारी योजनाओं का लाभ हर वर्ग तक पहुंच रहा है।
हुसैन ने चेतावनी दी, “मदमानी की भाषा और बयान समाज में गलत संदेश फैला रहे हैं। उन्हें अपने शब्दों के लिए माफी मांगनी चाहिए। मदानी मुसलमानों के नेता नहीं हैं, बल्कि केवल एक संगठन के अध्यक्ष हैं। उन्हें यह भ्रम छोड़ देना चाहिए कि उनका संगठन पूरे मुस्लिम समुदाय की ओर से बोलता है और कि मुसलमान उनसे ‘लव यू’ कहेंगे।”
शहनवाज हुसैन का यह बयान महमूद मदानी के जिहाद संबंधी तात्कालिक बयान और उनके संगठन की भूमिका को लेकर देश में बढ़ती बहस के बीच आया है।