बहुजन छात्रों की शिक्षा का खुला विरोध कर रही है भाजपा : राहुल

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 07-07-2025
BJP is openly opposing the education of Bahujan students: Rahul
BJP is openly opposing the education of Bahujan students: Rahul

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

 
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को एक खबर का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बहुजन छात्रों की शिक्षा का खुला विरोध कर रही है.
 
उन्होंने एक अखबार की खबर का उल्लेख किया, जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय विदेशी छात्रवृत्ति में चयनित 106 में से 66 वंचित छात्रों को विदेश में पढ़ने की छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई, क्योंकि सरकार के पास “फंड नहीं” है.
 
राष्ट्रीय विदेशी छात्रवृत्ति के तहत अनुसूचित जातियों, विमुक्त घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों, भूमिहीन कृषि मजदूरों और पारंपरिक कारीगरों जैसे हाशिए पर मौजूद समुदायों के कम आय वाले छात्रों को विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है.
 
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की तरफ से फिलहाल इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
 
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘जब कोई दलित, पिछड़ा या आदिवासी छात्र पढ़ना चाहता है, तभी मोदी सरकार को बजट याद आता है। राष्ट्रीय विदेशी छात्रवृत्ति में चयनित 106 में से 66 वंचित छात्रों को सिर्फ इसलिए विदेश में पढ़ने की छात्रवृत्ति नहीं दी गई, क्योंकि सरकार के पास “फंड नहीं” है। लेकिन मोदी जी की विदेश यात्राओं, प्रचार और ‘इवेंटबाजी’ पर हजारों करोड़ रुपये बेहिचक खर्च किए जाते हैं.’’
 
उन्होंने दावा किया कि भाजपा और आरएसएस के नेताओं के बच्चों के कहीं पढ़ने पर कोई अड़चन नहीं है, लेकिन जैसे ही कोई बहुजन छात्र आगे बढ़ता है, पूरा सिस्टम अड़ंगा लगाने लगता है.
 
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कहीं सरकारी स्कूलों को कम कर देना, कहीं बेवजह ‘कोई पात्र नहीं मिला’ (नॉट फाउंड सुटेबल) कह कर अवसर के दरवाज़े बंद कर देना, तो कहीं मेहनत से हासिल छात्रवृत्ति छीन लेना, ये सिर्फ़ अन्याय नहीं, भाजपा का खुला बहुजन शिक्षा विरोध है.’’
 
राहुल गांधी ने कहा कि यही मनुवादी सोच आज फिर से ‘एकलव्य का अंगूठा’ मांग रही है.
 
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘मोदी सरकार को यह अमानवीय फ़ैसला तुरंत पलटना होगा और इन 66 छात्रों को विदेश भेजना ही होगा। हम बहुजनों से शिक्षा का यह मौलिक अधिकार छीनने नहीं देंगे.’’