नई दिल्ली
बिहार विधानसभा चुनावों से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) के सफल संपादन के लिए सभी मतदाताओं, राजनीतिक दलों और चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
चुनाव आयोग (ECI) ने मंगलवार को बिहार विधानसभा चुनावों के लिए अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की। कुल मतदाताओं की संख्या अब 7.42 करोड़ हो गई है। इससे पहले 24 जून 2025 तक यह संख्या 7.89 करोड़ थी।
CEC ज्ञानेश कुमार ने बूथ स्तर के अधिकारी (BLOs), निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (EROs), सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (AEROs), जिला निर्वाचन अधिकारी (DEOs), बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) के साथ-साथ सभी राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट्स (BLAs), ज़िला अध्यक्षों, प्रदेश अध्यक्षों और राष्ट्रीय अध्यक्षों का धन्यवाद किया।
चुनाव आयोग की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ड्राफ्ट सूची से 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए, जबकि 1 अगस्त 2025 तक की ड्राफ्ट सूची में कुल मतदाताओं की संख्या 7.24 करोड़ थी।
इसके अतिरिक्त:
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3.66 लाख अयोग्य मतदाताओं को हटाया गया,
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21.53 लाख नए योग्य मतदाता फॉर्म-6 के ज़रिए जोड़े गए,
जिसके बाद अंतिम सूची में कुल मतदाता 7.42 करोड़ हो गए।
यह विशेष पुनरीक्षण अभियान संविधान के अनुच्छेद 326 और ECI के सिद्धांत "कोई भी योग्य मतदाता छूटे नहीं और कोई भी अयोग्य व्यक्ति शामिल न हो" के अनुरूप चलाया गया।
पटना जिले की 14 विधानसभा सीटों में 1.63 लाख से अधिक नए मतदाता जोड़े गए हैं।
मधुबनी जिले में ड्राफ्ट प्रकाशन के बाद 85,645 मतदाता जोड़े गए,
वहीं नालंदा जिले की 7 विधानसभा सीटों में कुल 56,423 नए मतदाता अंतिम सूची में शामिल हुए।
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं।