आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
खाद्य तेल और अन्य खाद्य पदार्थ बेचने वाली एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस लिमिटेड को बेहतर उपभोक्ता मांग के चलते चालू वित्त वर्ष में राजस्व सालाना आधार पर 10 प्रतिशत से अधिक बढ़ने की उम्मीद है। कंपनी का राजस्व 2025-26 में 63,672.24 करोड़ रुपये था।
एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस लिमिटेड, जिसे पहले अदाणी विल्मर लिमिटेड के नाम से जाना जाता था, फॉर्च्यून ब्रांड के तहत खाद्य तेल और खाद्य उत्पाद बेचती है। कंपनी ने हाल में दो बड़े ब्रांड कोहिनूर और टॉप्स का अधिग्रहण किया है।
एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंग्शु मलिक ने पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि खाद्य तेल व्यवसाय और एफएमसीजी का राजस्व चालू वित्त वर्ष 2025-26 में बढ़ेगा।
उन्होंने कहा, ''हमने पिछले वित्त वर्ष में लगभग 63,000 करोड़ रुपये का कारोबार किया। हम निश्चित रूप से मूल्य के लिहाज से 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि करेंगे।'' उन्होंने कहा कि मानसून की अच्छी बारिश और जीएसटी दरों के युक्तिकरण से लाभ मिलेगा।
मलिक ने बताया कि पिछले 3-4 वर्षों में कंपनी खाद्य व्यवसाय को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसमें वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा कि कंपनी ने खाद्य एफएमसीजी व्यवसाय के राजस्व को बढ़ाने के लिए अपने वितरण और उत्पादन आधार का विस्तार किया है।
वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस के कुल कारोबार में खाद्य तेलों से 49,736.02 करोड़ रुपये, खाद्य एवं एफएमसीजी व्यवसाय से 6,272.74 करोड़ रुपये और औद्योगिक आवश्यक वस्तुओं से 7,663.48 करोड़ रुपये का राजस्व मिला।