आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
विदेश मंत्री (ईएएम) एस जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान नीति पर सरकार के प्रयासों से सभी राजनीतिक दलों ने संतोष जताया है. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से संबंधित घटनाओं पर सभी दल राष्ट्र के साथ मजबूती से खड़े हैंै.
अफगानिस्तान पर एक सर्वदलीय बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा, ‘‘हम सभी संदेश देना चाहते हैंइस मामले पर, हम सभी का एक समान विचार हैं. उन्होंने कहा कि अफगान लोगों के साथ दोस्ती कुछ ऐसी है जो हम सभी के लिए मायने रखती है, इसलिए हमने राष्ट्रीय एकता की भावना से इस स्थिति से संपर्क किया.‘‘
जयशंकर ने मीडिया को बताया कि बैठक के दौरान ज्यादातर युद्ध से तबाह देश में लोगों को निकालने के मुद्दे पर चर्चा हुईं. उन्होंने कहा, ‘‘ऑपरेशन ‘देवी शक्ति‘ के तहत हमने निकासी के लिए छह उड़ानें भरी हैं. ज्यादातर भारतीयों को वापस ले आए हैं, लेकिन सभी को नहीं, क्योंकि उनमें से कुछ कल उड़ान के लिए नहीं पहुंचे .‘‘
युद्धग्रस्त देश पर तालिबान के कब्जे के बाद से भारत ने 112अफगान नागरिकों सहित 565लोगों को अफगानिस्तान से निकाला है.सूत्रों के अनुसार, मंत्रालय ने संसद में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम पर विवरण साझा किया.
मीडिया से बात करते हुए, विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द पूर्ण निकासी सुनिश्चित करने के लिए बहुत दृढ़ता से प्रतिबद्ध है. साढ़े तीन घंटे तक चली बैठक में 31पार्टियों के 37नेताओं ने हिस्सा लिया. जयशंकर ने कहा, ‘‘इस मुद्दे पर सभी ने बात की. सभी को अलग-अलग जवाब दिया. हम सभी के विचार समान थे.‘‘
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय से अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को जानकारी देने के लिए कहा था.
_______________
आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए केंद्र द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक गुरुवार को शुरू हुई.कई राजनीतिक दलों के नेता बैठक में भाग ले रहे हैं. बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भारत तालिबान नियंत्रित अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को निकाल रहा है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चैधरी और राज्यसभा में एलओपी मल्लिकार्जुन खड़गे उपस्थित हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय से अफगानिस्तान के हालिया घटनाक्रम पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को जानकारी देने को कहा था.विदेश मंत्री एस जयशंकर सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को जानकारी देंगे.
विपक्षी दलों ने सरकार से अफगानिस्तान संकट पर बयान जारी करने को भी कहा था.15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी में राष्ट्रपति भवन में तालिबान के प्रवेश करने और देश भर में महीनों की हिंसा के बाद सरकार पर अपनी जीत की घोषणा के बाद अफगानिस्तान संकट में आ गया.
भारत ने 17अगस्त को यह भी घोषणा की थी कि वह उन अफगान नागरिकों को आपातकालीन ई-वीजा जारी करेगा जो अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद मौजूदा स्थिति को देखते हुए देश में आना चाहते हैं.
भारत ने मंगलवार तक अफगानिस्तान से 228भारतीय नागरिकों सहित 626लोगों को निकाला है.17 अगस्त को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक की अध्यक्षता की और सभी संबंधित अधिकारियों को आने वाले दिनों में अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया.