रायगढ़ (महाराष्ट्र)
12 जून को हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे में जान गंवाने वाली केबिन क्रू सदस्य मैथिली पाटिल की मां प्रमिला पाटिल ने हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि "एयर इंडिया इतनी बड़ी लापरवाही नहीं कर सकती।"
यह प्रतिक्रिया भारत के एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की उस प्राथमिक रिपोर्ट के बाद सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि हादसा टेक-ऑफ के महज 90 सेकंड के भीतर ही दोनों इंजनों के बंद हो जाने के कारण हुआ।
गौरतलब है कि एयर इंडिया की बोइंग 787-8 विमान (फ्लाइट AI171) 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 229 यात्रियों, 12 क्रू सदस्य और 19 ज़मीन पर मौजूद लोगों सहित कुल 260 लोगों की मौत हो गई थी।
प्रमिला पाटिल ने ANI से बात करते हुए कहा:
"हम गांव के लोग हैं, हमें ज़्यादा जानकारी नहीं है। लेकिन मुझे यकीन है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से लेगी। मुझे यह भी भरोसा है कि एयर इंडिया इतनी बड़ी लापरवाही नहीं कर सकती। उन्होंने मेरी बेटी का दो साल तक बहुत अच्छे से ध्यान रखा।"
AAIB द्वारा जारी प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, विमान के उड़ान भरते ही दोनों इंजनों के फ्यूल कटऑफ स्विच गलती से RUN से CUTOFF में बदल दिए गए, वो भी सिर्फ 1 सेकंड के अंतराल में। यह बदलाव इतनी ऊंचाई पर हुआ जब विमान ने अभी-अभी उड़ान भरी थी।
फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (EAFR) से पता चला है कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा:
"तुमने इंजन क्यों बंद किया?"
जिस पर उत्तर मिला: "मैंने नहीं किया।"
इस अनजाने इंजन शटडाउन के बाद विमान की Ram Air Turbine (RAT) सक्रिय हो गई, और विमान तेजी से ऊंचाई खोने लगा।
पायलट्स ने स्थिति संभालने की कोशिश में फ्यूल स्विच दोबारा ON किए, जिससे इंजन 1 कुछ हद तक प्रतिक्रिया देने लगा, लेकिन इंजन 2 पूरी तरह से फेल रहा। विमान की गति 180 नॉट्स तक पहुंची थी, लेकिन वह ऊंचाई नहीं पकड़ सका।
आखिरी संकटपूर्ण रेडियो संदेश "MAYDAY" सुबह 08:09 UTC पर भेजा गया, और उसके कुछ ही क्षणों बाद विमान हवाई अड्डे की सीमा से बाहर रिहायशी इलाकों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
AAIB की इस रिपोर्ट ने हादसे की तकनीकी और मानवीय भूलों की ओर इशारा किया है, लेकिन अंतिम निष्कर्ष अब भी बाकी हैं। प्रमिला पाटिल जैसे पीड़ित परिवारों को अब सरकार और एयर इंडिया की पारदर्शिता और जवाबदेही से उम्मीदें हैं।