अभिनेता चंद्रचूड़ सिंह ने अलीगढ़ में पैतृक संपत्ति विवाद पर प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 04-12-2025
Actor Chandrachur Singh seeks administrative intervention in Aligarh ancestral property dispute
Actor Chandrachur Singh seeks administrative intervention in Aligarh ancestral property dispute

 

अलीगढ़ (उप्र)

90 के दशक की चर्चित फिल्मों, विशेषकर ‘माचिस’ में अपनी भूमिकाओं के लिए पहचाने जाने वाले अभिनेता चंद्रचूड़ सिंह ने अलीगढ़ में अपनी एक विशाल पैतृक संपत्ति को लेकर परिवार में चल रहे विवाद के समाधान के लिए जिला प्रशासन का रुख किया है। यह संपत्ति 19वीं सदी की एक ऐतिहासिक हवेली है, जिसे लेकर अब गंभीर मतभेद उभर आए हैं।

मंगलवार को चंद्रचूड़ सिंह अपने भाई और मां के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार और जिलाधिकारी संजय रंजन से मिले। बातचीत के बाद अभिनेता ने आशंका जताई कि “हमारी पैतृक हवेली को गुपचुप तरीके से बेचा जा रहा है।”

बुधवार को PTI वीडियो को दिए बयान में उन्होंने कहा,“डीएम साहब हमारी मदद करेंगे। हम न्याय के लिए लड़ रहे हैं क्योंकि हमारी पैतृक ज़मीन और हवेली विवाद में है। कुछ गलत हो रहा है और हम उसे रोकने आए हैं। जो भी हो, न्यायपूर्ण हो।”

‘कल्याण भवन’ विवाद का केंद्र

विवाद की जड़ है ‘कल्याण भवन’, छह एकड़ में फैली एक भव्य हवेली जिसे 1885 में बनवाया गया था। यह हवेली तब बनाई गई जब अतरौली (अवागढ़) के राजा ने ठाकुर कल्याण सिंह—अभिनेता के परदादा और पूर्व विधायक कैप्टन बलदेव सिंह के दादा—को तीन गांव भेंट किए थे। यह क्षेत्र मूल रूप से जलालपुर गांव का हिस्सा था, जो आज अलीगढ़ नगर सीमा में शामिल है।

परिवार के सदस्यों के अनुसार, वर्षों में मतभेद गहराते गए, विशेषकर कैप्टन बलदेव सिंह (पूर्व कांग्रेस नेता और चंद्रचूड़ सिंह के पिता) के वंशजों और उनके छोटे भाई गंगा सिंह (1965 युद्ध के पूर्व सैनिक) के परिवार के बीच। सेना से इस्तीफा देने के बाद गंगा सिंह ने विशाल पैतृक संपत्ति का प्रबंधन संभाला था।

कैप्टन बलदेव सिंह कभी कांग्रेस के प्रभावशाली नेता थे और वी.पी. सिंह के साथ 1989 में पार्टी छोड़ दी थी। बाद में उन्होंने अलीगढ़ लोकसभा सीट से जनता दल टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन बीजेपी की शीला गौतम से मामूली अंतर से हार गए। उनकी पत्नी कृष्णा देवी ओडिशा के एक राजघराने से आती हैं।

परिवार में तनाव, कानूनी लड़ाई के संकेत

रिश्तेदारों के अनुसार, 1990 के दशक के अंत में, जब कैप्टन बलदेव सिंह राजनीति और बाद में अपने बेटों चंद्रचूड़ और अभिमन्यु सिंह के फिल्म प्रोडक्शन कार्यों में व्यस्त थे, तब गंगा सिंह ने संपत्ति का नियंत्रण संभाल लिया।

गंगा सिंह की पूर्व पत्नी, गुजरात के एक राजघराने से ताल्लुक रखने वाली गायत्री देवी, ने भी जिला प्रशासन से संपर्क कर चंद्रचूड़ सिंह के दावों को चुनौती दी है।हवेली की स्थिति राष्ट्रीय राजमार्ग के पास घनी आबादी वाले इलाके में होने के कारण इसकी कीमत अब कई गुना बढ़ चुकी है, जिससे विवाद और तीखा हो गया है।दोनों पक्ष बुधवार को अलीगढ़ से रवाना हो गए—इस संकेत के साथ कि यह लंबा खिंचने वाला कानूनी संघर्ष अब शुरू होने वाला है।