निर्मला सीतारमण : खुद मेरे कई डीपफेक वीडियो मौजूद, नेटवर्क सुरक्षा प्रणाली मजबूत करने की जरूरत
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर अपने भी कई डीपफेक वीडियो की मौजूदगी का उल्लेख करते हुए लोगों का विश्वास बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने का आह्वान किया।
सीतारमण ने यहां वार्षिक ग्लोबल फिनटेक फेस्ट को संबोधित करते हुए कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई) वित्त एवं शासन के साथ रोजमर्रा की जिंदगी को भी बदल रहा है। हालांकि उन्होंने यह सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल दिया कि प्रौद्योगिकी उन्नति मानवता की सेवा करे।
वित्त मंत्री ने उन्नत प्रौद्योगिकी के 'अंधेरे पहलू' से भी निपटने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।
सीतारमण ने कहा, "जो उपकरण नवाचार को शक्ति प्रदान करते हैं, उन्हीं का इस्तेमाल धोखे और जालसाजी के लिए भी किया जा सकता है। मैं इसे व्यक्तिगत नहीं बना रही हूं, लेकिन मैं कह सकती हूं कि मैंने अपने कई डीपफेक वीडियो को ऑनलाइन प्रसारित होते हुए देखा है। इन डीपफेक वीडियो का इस्तेमाल नागरिकों को गुमराह करने और तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने के लिए किया गया है।"
उन्होंने कहा कि ये वीडियो इस बात की याद दिलाते हैं कि हमें ऐसे लोगों के खिलाफ अपनी सुरक्षा व्यवस्था को 'तत्परता' से बढ़ाने की कितनी जरूरत है।
डीपफेक वीडियो में एआई एवं मशीन लर्निंग तकनीकों के इस्तेमाल से किसी व्यक्ति के चेहरे, आवाज या हाव-भाव को किसी अन्य व्यक्ति या परिस्थिति में नकली रूप से जोड़ा जाता है। इसे देखकर आम लोग अक्सर इसे असली वीडियो समझ लेते हैं।
उन्होंने कहा, "नई पीढ़ी की धोखाधड़ी अब फायरवॉल तोड़ने के बारे में नहीं, बल्कि विश्वास को तोड़ने के बारे में है। अपराधी आवाज की नकल करने, पहचान की नकल करने और लोगों को गुमराह करने वाले असली लगने वाले वीडियो बनाने के लिए एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं।"