आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
मधुमेह एक आम बीमारी है, लेकिन इसके रोगियों को आहार में बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है. एक रिपोर्ट अनुसार, मधुमेह के निदान के तुरंत बाद, रोगी को अपनी जीवन शैली बदलनी पड़ती है. स्वस्थ आदतों को अपनाना होता है और भोजन के चयन में सावधानियां रखनी पड़ती हैं.
बंदिशों के बीच रोगियों को जीवन पटरी पर लाना कठिन होता है. ऐसे में मधुमेह रोगियों के लिए यह किसी कड़ी परीक्षा से कम नहीं होता.न्यूट्रिशनिस्ट अंजलि मुखर्जी का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों का एक ही लक्ष्य होना चाहिए कि किसी तरह अपने शुगर लेवल को कंट्रोल में रखें.
‘‘उन्होंने कहा, हालांकि कोई आहार सूत्र नहीं है जो सभी के लिए काम आए. कुछ चीजें हैं जिन्हें ध्यान में रखना जरूरी है.‘‘मधुमेह रोगियों को अपने आहार में अधिक से अधिक फाइबर लेना चाहिए. जिन वस्तुओं में फाइबर की मात्रा अधिक होती उनमें दालें, मेवा, बीज, फल और सब्जियां शामिल हैं.
मधुमेह रोगी कार्बोहाइड्रेट रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकते हैं. इसलिए ऐसे रोगियों को प्रतिदिन एक निश्चित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने की सलाह दी जाती है.डॉक्टर मधुमेह रोगियों को
खाने की आदतों और समय में बदलाव पर जोर देते हैं. बेशक, कुछ लोगों को दिनभर खाना पसंद नहीं. इसके बावजूद उन्हें दिन में तीन बार खाने के बजाय, चार से पांच बार खाना चाहिए. वह भी थोड़ी-थोड़ी मात्रा में .
मधुमेह रोगियों को मिठाई से दूर रहने की सलाह दी जाती है. वैसे फलों को मिठाई के साथ पूरक किया जा सकता है. जामुन, स्ट्रॉबेरी, अनार, अमरूद कम मात्रा में खाने में कोई बुराई नहीं.स्प्राउट्स का इस्तेमाल रोजाना करना बेहद लाभदायक है. इसमें कुछ आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के लिए जरूरी हैं.
रोजाना 30 से 40 मिनट व्यायाम करना मधुमेह रोगियों की जीवनशैली का हिस्सा होना चाहिए. यह उतना ही महत्वपूर्ण है जितना खाना या सोना.