नोएडा-एनसीआर में हीट वेव का जबरदस्त असर, ओपीडी पहुंचने वाले मरीजों में इजाफा

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 28-05-2024
Tremendous impact of heat wave in Noida-NCR, increase in patients reaching OPD
Tremendous impact of heat wave in Noida-NCR, increase in patients reaching OPD

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
दिल्ली-एनसीआर में हीट वेव का जबरदस्त असर देखा जा रहा है. आईएमडी ने अपनी वेबसाइट पर आंकड़े जारी करते हुए बताया कि 27 मई से लेकर 31 मई तक हीट वेव का असर देखने को मिलेगा. ठीक उसी के मुताबिक 27 मई को गर्मी ने पारे का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 46 डिग्री को भी पार कर दिया. मंगलवार को भी आईएमडी के मुताबिक पारा 46 डिग्री के पार जा सकता है. 
 
रात में भी न्यूनतम तापमान 30 से 31 डिग्री के आसपास बना रहता है जो किसी सामान्य दिन की तरह गर्म होता है.
 
नोएडा में गर्मी बढ़ने और लू चलने से लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी हैं. सुबह नौ बजे ही तापमान 38 डिग्री तक पहुंच गया.
 
आईएमडी के मुताबिक, मंगलवार को तेज गर्मी पड़ेगी. अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है. आईएमडी ने कहा कि 31 मई तक हीट वेव रहेगा. इसके बाद दो से तीन डिग्री तक तापमान में कमी आएगी. ऐसे में लोग संभल कर रहें.
 
तेज गर्मी से बचने के लिए अपने को हाइड्रेट रखें. हीट वेव के चलते अस्पताल में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
 
ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों की बात करें तो यह संख्या जिले में लगभग 2000 के आसपास पहुंच गई है. मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल में भी एक अलग से वार्ड बनाकर उसमें 30 बेड को रिजर्व किया गया है. हीट वेव से पीड़ित जो मरीज वहां पहुंच रहे हैं उनका इलाज एक्सपर्ट कर रहे हैं.
 
डॉक्टरों के मुताबिक हीट वेव से लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसमें थकावट (हीट एग्जॉशन) और हीट स्ट्रोक भी लंबे समय तक अधिक तापमान में रहने की वजह से हो सकता है.
 
थकावट के चलते बहुत ज्यादा पसीना आना और कमजोरी महसूस होना आम बात है. हीट स्ट्रोक के कारण कंफ्यूजन, मूर्छा आना और ऑर्गन डैमेज तक की शिकायत होती है. इसलिए जब भी हीट वेव बढ़े, अपनी सेहत का अधिक ध्यान रखें. इसके लिए जरूरी है कि शरीर में पानी की कमी न होने दें. ठंडे स्थान पर ज्यादा समय बिताएं और लंबे समय तक अधिक गर्मी में न रहें. इनका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है.