इंग्लैंड
रक्तचाप मापने की एक नई और सटीक विधि, विशेष रूप से उन मरीजों के लिए जो अपनी बांह से रक्तचाप नहीं मापवा सकते, हज़ारों लोगों की जान बचाने में सहायक साबित हो सकती है।
यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर मेडिकल स्कूल के शोधकर्ताओं ने 33,000 से अधिक लोगों के डेटा का विश्लेषण कर एक व्यक्तिगत भविष्यवाणी मॉडल (Personalised Predictive Model) विकसित किया है, जो टखने (ankle) से लिए गए रक्तचाप के आंकड़ों से बांह (arm) के रक्तचाप का अधिक सटीक अनुमान लगाने में मदद करता है। अब स्वास्थ्य पेशेवर और मरीज इस मॉडल की मदद से ऑनलाइन कैलकुलेटर के माध्यम से सटीक आकलन कर सकते हैं।
दुनियाभर में एक अरब से अधिक लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, जो दिल, मस्तिष्क और गुर्दों जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ाता है। आमतौर पर रक्तचाप बांह पर मापा जाता है, लेकिन कई बार अपंगता, अंग की अनुपस्थिति या स्ट्रोक जैसी स्थितियों के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाता। ऐसे में टखने से रक्तचाप मापा जाता है, लेकिन यह सामान्यतः बांह की तुलना में अधिक होता है। चूंकि उपचार के दिशा-निर्देश केवल बांह के माप पर आधारित होते हैं, इसलिए टखने के आंकड़ों से सटीक निष्कर्ष निकालना मुश्किल होता है और गलत निदान का खतरा रहता है।
प्रोफेसर क्रिस क्लार्क, जिन्होंने इस अध्ययन का नेतृत्व किया, ने कहा:
"हमारी इस नई विधि से दो प्रतिशत अधिक लोगों को सटीक रक्तचाप पढ़ने का लाभ मिलेगा। यह संख्या कम लग सकती है, लेकिन जब आप जानेंगे कि एक-तिहाई वयस्क उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं और 60 की उम्र पार करने पर यह संख्या आधे से अधिक हो जाती है, तब इसका महत्व समझ आएगा। अकेले इंग्लैंड में एनएचएस हेल्थ चेक प्रोग्राम हर साल 38,000 नए मरीजों की पहचान करता है। ऐसे में दो प्रतिशत का मतलब है हर साल लगभग 750 गलत निदान कम – और वैश्विक स्तर पर यह हज़ारों की संख्या में हो सकता है।”
शोध में 33,710 प्रतिभागियों (औसत आयु: 58 वर्ष, 45% महिलाएं) के हाथ और टखने के रक्तचाप के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया। इसके माध्यम से उन्होंने यह निर्धारित किया कि दोनों के बीच क्या संबंध है, और टखने से माप कर हाथ का अनुमान कैसे लगाया जा सकता है। इसके साथ ही, टखने के रक्तचाप से दिल के दौरे जैसे गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों की भविष्यवाणी करने की संभावना भी देखी गई।
यह शोध विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जिनकी बांह से रक्तचाप नापना संभव नहीं है – जैसे कि 10,000 वयस्क जो ब्रिटेन में ऊपरी अंग की क्षति के साथ जी रहे हैं या 13 लाख स्ट्रोक पीड़ितों में से 75%, जिनके ऊपरी अंगों की कार्यक्षमता बाधित है।
स्ट्रोक एसोसिएशन की CEO, जूलियट बोवरे OBE, ने कहा:
"ब्रिटेन में हर 5 मिनट में एक व्यक्ति को स्ट्रोक आता है, और उनमें से लगभग आधे मामलों के पीछे उच्च रक्तचाप जिम्मेदार होता है। कई मरीजों की एक बांह लकवाग्रस्त हो जाती है, जिससे वहां से रक्तचाप मापना कठिन हो जाता है। टखने से सटीक मापन से न सिर्फ भविष्य में स्ट्रोक की रोकथाम संभव होगी, बल्कि यह मरीजों को मानसिक राहत भी देगा।”
NIHR (नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर रिसर्च) के प्रोफेसर केविन मुनरो ने कहा:
"यह शोध एक गंभीर समस्या का व्यावहारिक और रचनात्मक समाधान प्रस्तुत करता है – उन लोगों के लिए रक्तचाप मापने का तरीका ढूंढना, जिनकी बांह से यह संभव नहीं। रक्तचाप पर निगरानी रखना स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है, और यह NIHR द्वारा समर्थित शोध इस दिशा में एक बड़ा कदम है।”
यह शोध न केवल वैज्ञानिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक समानता की दिशा में भी एक प्रगतिशील कदम माना जा रहा है।