कोरोना: चीन में 'रिकॉर्ड स्तर' पर संक्रमण, BQ.1 वैरिएंट के कारण बढ़े केस

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 24-11-2022
कोरोना: चीन में 'रिकॉर्ड स्तर' पर संक्रमण, BQ.1 वैरिएंट के कारण बढ़े केस
कोरोना: चीन में 'रिकॉर्ड स्तर' पर संक्रमण, BQ.1 वैरिएंट के कारण बढ़े केस

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण का खतरा बरकरार है. चीन में जोखिम एक बार फिर से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है. हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महामारी के बाद से पहली बार चीन में एक दिन में सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. नेशनल हेल्थ ब्यूरो द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को देश में 31454 मामले दर्ज किए गए. 

कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रशासन ने आंशिक स्तर पर लॉकडाउन लगाने, यात्रा को प्रतिबंधित करने और सामूहिक परीक्षण की तैयारियां शुरू कर दी हैं. पिछले महीने कोरोना संक्रमण में आई वृद्धि को रोकने के लिए देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन लगाया गया था, हालांकि उसके हटने के बाद अब एक बार फिर से हालात खराब होते दिख रहे हैं.
 
रिपोर्टस के मुताबिक कोरोना बढ़ते मामलों के साथ संक्रमण के कारण लोगों में मौत का जोखिम भी बढ़ता देखा जा रहा है. मंगलवार तक बीजिंग में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब पांच हो गई थी. 
 
नेशनल डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारी हू जियांग ने बताया, चीन के कई हिस्सों में कोरोना के कारण बढ़ते मामले काफी गंभीर और जटिल हैं, कुछ क्षेत्रों में महामारी का प्रसार तेज हो रहा है ऐसे में रोकथाम और नियंत्रण की कठिनाई बढ़ रही है. खतरे से बचाव के लिए उपाय किए जा रहे हैं.
 
इन वैरिएंट्स ने बढ़ाई मुश्किलें
चीन और यूएस के कई हिस्सों में कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए मुख्यरूप से ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.5 को मुख्य कारण माना जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सब वैरिएंट BQ.1 और BQ.1.1 को इन बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार पाया गया है. 
 
इन्हीं वैरिएंट्स के कारण यूएस में भी केस बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं. विशेषज्ञों के अनुमान है कि यूएस और चीन में इन दिनों बढ़ रहे कोरोना के 35 फीसदी मामले इन्हीं दो वैरिएंट्स की वजह से हैं.
 
भारत में देखे गए हैं ये वैरिएंट
कोरोना के जिन वैरिएंट्स को चीन में बढ़ते हुए मामलों के लिए जिम्मेदार पाया गया है, भारत में भी इसके कारण संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है. इस खतरे को देखते हुए यहां लोगों को विशेष सावधानी बरतते रहने की सलाह दी जा रही है.
 
अक्तूबर में पहली बार पुणे में BQ1 के कारण एक संक्रमित की पुष्टि की गई थी. वैज्ञानिकों ने कहा कि BQ.1 और BF.7 पैक म्यूटेशन वाले सब-वैरिएंट्स हैं जो आसानी से प्रतिरक्षा प्रणाली से बचकर संक्रमण का खतरा बढ़ा सकते हैं. फिलहाल देश में कोरोना के 5 फीसदी से अधिक मामलों के लिए ओमिक्रॉन BA.5 और इसके उत्परिवर्तित वर्जनों को कारण माना जा रहा है.
 
भारत में संक्रमण की स्थिति 
भारत में कोरोना की स्थिति की बात करें तो यहां फिलहाल हालात काफी नियंत्रित हैं. बुधवार को 360 लोगों को कोरोना संक्रमण का शिकार पाया गया, पांच लोगों की कोरोना से मौत भी दर्ज की गई है. 
 
देश में फिलहाल एक्टिव केस 6400 के करीब हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सभी लोगों को कोरोना से बचाव के निरंतर उपाय करते रहने की आवश्यकता है. जिस तरह से चीन और यूएस में संक्रमण बढ़ते हुए देखे गए हैं, ऐसे में भारत को भी अलर्ट रहने की आवश्यकता है. कोरोना से बचाव के लिए सभी लोगों को कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करते रहना चाहिए.