नई दिल्ली
सैफ अली खान और करीना कपूर खान बॉलीवुड के सबसे चर्चित और पसंदीदा स्टार कपल्स में गिने जाते हैं। साल 2012 में शादी के बंधन में बंधे इस जोड़े की केमिस्ट्री उम्र के करीब दस साल के अंतर के बावजूद हमेशा सुर्खियों में रही है। आज उनका रिश्ता जितना मजबूत और परिपक्व नजर आता है, उसकी शुरुआत उतनी ही भावनात्मक उतार–चढ़ाव से भरी रही है।
हाल ही में सैफ अली खान ने अपने रिश्ते को लेकर एक दिलचस्प और ईमानदार खुलासा किया। उन्होंने स्वीकार किया कि करीना के साथ अपने रिश्ते की शुरुआती दौर में वे काफी असुरक्षित महसूस करते थे। यह कहानी साल 2008 में फिल्म ‘तशन’ के सेट से शुरू होती है, जहां दोनों की नजदीकियां बढ़ीं। उस वक्त करीना, शाहिद कपूर के साथ लंबे रिश्ते के बाद अकेली थीं और सैफ ने इसी फिल्म के दौरान उन्हें प्रपोज़ किया था।
सैफ के मुताबिक, प्यार के शुरुआती दिनों में भावनाएं इतनी तीव्र होती हैं कि इंसान कई बार वास्तविकता को नजरअंदाज कर देता है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मैं स्वभाव से बहुत सहज इंसान नहीं हूं। इससे पहले मैं ऐसी महिलाओं के साथ रिश्ते में रहा हूं जिनका फिल्म इंडस्ट्री से कोई लेना-देना नहीं था।” उन्होंने आगे बताया कि करीना के जीवन में आने के बाद उनकी सोच और भावनाएं पूरी तरह बदल गईं।
सैफ ने यह भी स्वीकार किया कि करीना के साथ काम करने वाले दूसरे अभिनेताओं को वे अपने प्रतिद्वंद्वी के तौर पर देखने लगे थे। उन्होंने कहा, “मैं खुद को रोक नहीं पाया। जिन नायकों के साथ करीना काम कर रही थीं, उनसे मुझे असहजता महसूस होने लगी थी।” यह असुरक्षा हालांकि समय के साथ समझ और विश्वास में बदल गई।
अपने अनुभवों को साझा करते हुए सैफ ने करीना की जमकर तारीफ की। उनके शब्दों में, “करीना ने हमारे परिवार को एकजुट रखा है। वह सिर्फ एक बेहतरीन और रचनात्मक अभिनेत्री ही नहीं, बल्कि एक अद्भुत मां और पत्नी भी हैं। मैंने उनके जैसी दयालु इंसान बहुत कम देखी हैं।” सैफ का मानना है कि करीना की मौजूदगी ने उनके घर को सही मायनों में ‘घर’ बना दिया है।
आज सैफ और करीना दो बच्चों—तैमूर और जेह—के माता-पिता हैं और एक खुशहाल वैवाहिक जीवन जी रहे हैं। शुरुआती असुरक्षाओं और आशंकाओं को पीछे छोड़ते हुए, दोनों एक-दूसरे की सबसे बड़ी ताकत बन चुके हैं। उनका रिश्ता इस बात की मिसाल है कि प्यार, समझ और भरोसे के साथ समय हर डर और भ्रम को पीछे छोड़ सकता है।