नई दिल्ली
बॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्माता करण जौहर और सुपरस्टार शाहरुख खान की दोस्ती किसी परिचय की मोहताज नहीं है। दशकों पुराना यह रिश्ता सिर्फ प्रोफेशनल नहीं, बल्कि एक गहरे पारिवारिक जुड़ाव में बदल चुका है। करण अक्सर शाहरुख को प्यार से "भाई" कहकर बुलाते हैं और दोनों के बीच का यह अपनापन अब शाहरुख के बेटे आर्यन खान तक पहुँच गया है।
हाल ही में करण जौहर ने आर्यन खान के निर्देशन में बन रही पहली वेब सीरीज़ 'बैड्स ऑफ़ बॉलीवुड' में काम किया है। इस अनुभव को लेकर करण ने एक भावुक नोट लिखा, जिसमें उन्होंने आर्यन को "मेरा पहला बच्चा" कहा। करण की इस बात से साफ झलकता है कि वह आर्यन को सिर्फ शाहरुख के बेटे के तौर पर नहीं, बल्कि अपने परिवार के सदस्य की तरह मानते हैं।
फिल्म विश्लेषक कमल नाहटा के यूट्यूब शो के रैपिड-फायर राउंड में करण जौहर ने शाहरुख और आर्यन के स्वभाव के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बताया,“शाहरुख और आर्यन, दोनों अपनी भावनाओं को ज़ोरदार ढंग से जाहिर करते हैं — हर सीन में पूरी शिद्दत झलकती है।”
लेकिन इसके साथ ही करण ने यह भी कहा कि आर्यन का मिज़ाज कुछ मामलों में अपने पिता से अलग है। करण के शब्दों में:"अगर कोई सीन उनकी पसंद का नहीं होता, तो आर्यन तुरंत गुस्सा हो जाते हैं। वहीं शाहरुख अधिक संयमित हैं। और सबसे बड़ा फर्क ये है कि आर्यन का मंच कैमरे के पीछे है, न कि सामने।"
करण ने शाहरुख खान की प्रोफेशनल प्रतिबद्धता की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा:“शाहरुख ने आज तक किसी फिल्म को साइन करने से पहले पारिश्रमिक या स्क्रिप्ट पर बात नहीं की। वो बस कहते हैं, ‘जो कागज़ चाहिए, भेज दो, मैं साइन कर दूंगा।’ उनकी ये विनम्रता और भरोसा बेमिसाल है।”
करण जौहर और शाहरुख खान की जोड़ी की शुरुआत फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के सेट पर हुई थी, जहाँ करण ने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया। इसके बाद करण ने 'कुछ कुछ होता है' से अपने निर्देशन करियर की शुरुआत की, जिसमें शाहरुख मुख्य भूमिका में थे।
इस जोड़ी ने साथ मिलकर 'कभी खुशी कभी ग़म', 'माई नेम इज़ खान', और 'ऐ दिल है मुश्किल' जैसी यादगार फिल्में दी हैं, जो आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हैं।अब जब करण जौहर ने शाहरुख के बेटे के साथ भी एक नया सफर शुरू किया है, तो यह न केवल पेशेवर सहयोग है, बल्कि एक पीढ़ीगत रिश्ते का सुंदर विस्तार भी है।