नई दिल्ली
दो साल पहले आए गंभीर दिल के दौरे को याद करते हुए बॉलीवुड अभिनेत्री सुष्मिता सेन ने बताया कि उनका हृदय 95% बंद हो चुका था और उन्हें तुरंत एंजियोप्लास्टी करानी पड़ी। हाल ही में एक साक्षात्कार में उन्होंने उस भयावह अनुभव को बेहद भावुक अंदाज़ में साझा किया।
सुष्मिता ने बताया कि ऐसी जीवन-मरण की स्थिति में भी वह पूरी तरह होश में रहना चाहती थीं।
उन्होंने कहा,“डॉक्टर बार-बार कहते रहे कि मैं बहुत बेचैन थी, लेकिन मैं बेहोश नहीं होना चाहती थी। अपने शरीर और मन पर नियंत्रण रखना मेरे स्वभाव में है।”
उन्होंने बताया कि उनका डर सिर्फ एक था,“अगर मैं बेहोश होकर सो गई… तो शायद फिर कभी जाग न पाऊँ। यही वजह है कि मैं हर सेकंड जागी रही।”
एंजियोप्लास्टी के दौरान भी सुष्मिता डॉक्टरों से बात कर रही थीं, उन्हें प्रोत्साहित कर रही थीं और पूरे समय सतर्क रहीं।
उनके शब्दों में,“मैं दर्द से जूझ रही थी, लेकिन बेहोश होने से इनकार कर दिया। मैं सब कुछ देखना, समझना चाहती थी। मुझे पता था कि मुझे ठीक होकर फिर सेट पर लौटना है।”
सुष्मिता की इस हिम्मत और आत्मविश्वास ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, वास्तविक जीवन में भी एक फाइटर हैं—दृढ़, मजबूत और अडिग।